




– चारधाम यात्रा व सावन मास की कांवड़ यात्रा के दौरान यह मार्ग राहगीरों को मिलेगी बड़ी सहूलियत
– वन, राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण(एनटीसीए) के अधिकारियों ने किया संयुक्त सर्वे
ऋषिकेश, उत्तराखंड:
सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो हरिद्वार की ओर से ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को ऋषिकेश – हरिद्वार मुख्य मार्ग के जाम से मुक्ति मिल जाएगी। विशेष रूप से चार धाम यात्रा और कावड़ यात्रा के टाइम सभी को जाम से मुक्ति मिलेगी। हरिद्वार और ऋषिकेश शहर को बाईपास करने के लिए 25 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग के निर्माण की कवायद तेज हो गयी है। राष्ट्रीय राजमार्ग,राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और वन विभाग की टीम ने मार्ग के लिए संयुक्त सर्वे किया। चंडीघाट हरिद्वार से नीलकंठ ऋषिकेश तक बनने वाले इस मार्ग का ज्यादातर हिस्सा राजाजी टाइगर रिजर्व से होकर जाएगा।
इस मामले में दरअसल हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने संसद के बीते मानसून सत्र में हरिद्वार-ऋषिकेश बाईपास मार्ग का मुद्दा सदन में रखा था। जिस पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जल्द मार्ग का सर्वे कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में गुरुवार को चीला में हुई बैठक के दौरान सड़क निर्माण के साथ व वन्य जीव गलियारों को लेकर चर्चा हुईं। वन विभाग के सुझाव के अनुसार सड़क का फाइलन अलाइनमेंट तैयार किया जाएगा। सर्वे के दौरान ऐसी जगहों को चिन्हित किया गया जहां से वन्य जीवों के परंपरागत रास्ते हैं। इन जगहों पर अंडर पास बनाए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित बाईपास मार्ग करीब 25 किलोमीटर लंबा होगा, जो हरिद्वार और ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र को बाईपास कर यात्रियों को सीधा मार्ग उपलब्ध कराएगा। इससे हरिद्वार और ऋषिकेश के भीतर यातायात दबाव में कमी आएगी और स्थानीय निवासियों को भी जाम की समस्या से राहत मिलेगी। खासकर चारधाम यात्रा व सावन मास की कांवड़ यात्रा के दौरान यह मार्ग राहगीरों को सबसे बड़ी सहूलियत देगा।
सर्वे के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी (उत्तराखंड) विशाल गुप्ता, परियोजना निदेशक प्रदीप सिंह गुसाईं, तकनीकी प्रबंधक राजकुमार पांडे, स्थलीय अभियंता नवीन सिंह तथा वन विभाग से प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव चीफ रंजन कुमार मिश्रा, पार्क निदेशक डा. कोको रोसे, वन संरक्षण नोडल अधिकारी एसपी सुबुद्धि, सहायक वन संरक्षक चित्रांजली नेगी व सरिता भट्ट, रेंज अधिकारी बीड़ी तिवारी, वन दारोगा अनुराग गिरि व राहुल सैंनी मौजूद रहे।

