



– 26 जून से 30 जून संचालित होगी पर्यावरण संरक्षण संवर्धन जनचेतना अभियान गोमुख संकल्प यात्रा
ब्यूरो,ऋषिकेश:
वेद निकेतन आश्रम में पर्यावरण संरक्षण संवर्धन जन चेतना अभियान गोमुख संकल्प यात्रा की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कर्नाटक, उत्तराखंड अन्य क्षेत्रों से जगद्गुरु महामंडलेश्वर श्री महंत गोमुख संकल्प यात्रा की बैठक में पहुंचे।
बैठक की अध्यक्षता जगदगुरु श्री वचनानंद स्वामी वीरशैव लिंगायत पंचमसालि जगद्गुरु पीठ, हरिहर कर्नाटक ने की। कार्यक्रम का संचालन कर रहे गोमुख संकल्प यात्रा के संयोजक महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण संवर्धन जन चेतना अभियान गोमुख संकल्प यात्रा 2025 को होने वाली गोमुख संकल्प यात्रा दिनांक 26 जून से 30 जून तक होने वाली पर्यावरण संरक्षण संवर्धन जनचेतना अभियान गोमुख संकल्प यात्रा के अपने 15 वर्ष पूर्ण करने पर भारत एवं विश्व के सभी क्षेत्रों से जगतगुरु महामंडलेश्वर श्री महंत एवं सामाजिक संस्थाओं के अपार स्नेह के कारण यह यात्रा अपने शिखर की और आगे बढ़ रही है।
इस अवसर पर वेद निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी विजयानंद सरस्वती महाराज ने जगद्गुरु श्री वचनानंद स्वामी वीरशैव लिंगायत पंचमसालि जगद्गुरु पीठ हरिहर महाराज का पुष्प हार एवं उत्तरीय पहनाकर उन्हें मां गंगा का स्मृति चिन्ह प्रदान किया। ऋषि कुमारो ने वेद मंत्रों के द्वारा जगद्गुरु स्वामी का पुष्प वर्षा के साथ आए हुए सभी अतिथियों एवं संत महात्माओं का गोमुख संकल्प यात्रा द्वारा.जगदगुरु श्री वचनानंद स्वामी वीरशैव लिंगायत पंचमसालि जगद्गुरु पीठ, हरिहर, सदाशिव स्वामी, हुक्केरीमठ, हावेरी,अभिनव सिद्धारुधा स्वामी, षण्मुखारुढ़ा मठ, विजयपुरा,सिद्धलिंग स्वामी, विरक्त मठ, बसवना बागेवाड़ी, महामंडलेश्वर स्वामी विजयानंद सरस्वती, डॉ रविंद्र मंमगाई, योगीराज नवीन जोशी का भव्य स्वागत किया गया।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जगतगुरु श्री वचनानंद स्वामी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संवर्धन जन चेतना अभियान गोमुख संकल्प यात्रा आज अपने यात्रा के 15 वर्ष पूर्ण कर रही है, वही आज इस यात्रा के माध्यम से उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण एवं मां गंगा की स्वच्छता के लिए निरंतर कार्य कर रही है। यह यात्रा आज पूरे भारत में नाम की मोहताज नहीं है गोमुख संकल्प यात्रा का पवित्र जल आज समस्त मानव मात्र के घरों में पूजा के स्थान पर गंगाजली के रूप में पवित्र जल देखा जा सकता है, जो इस यात्रा के संयोजक महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज द्वारा लाया जाता है।
आज के नए भारत में युवा संतो को आगे आकर भारत ही नहीं पूरे विश्व में मां गंगा की अविरल धारा को जन जन तक पहुंचाने का सबसे सरल मार्ग गोमुख संकल्प यात्रा के माध्यम से है। जो हमें वसुदेव कुटुंबकम के साथ जोडता है।
महामंडलेश्वर स्वामी विजयानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि इस यात्रा में स्पेन, हंगरी, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सिंगापुर, बुडापेस्ट, मलागा, देश विदेशो के साधक गोमुख संकल्प यात्रा के साथ जुड़कर 2025 की यात्रा को शिखर तक पहुंचाएंगे और पर्यावरण का संदेश पूरे विश्व को देंगे।


