




✍🏻 जनहित में परमार्थ निकेतन करेगा कई चिकित्सा शिविर का आयोजन
ऋषिकेश, उत्तराखंड:
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने क्षेत्र एवं प्रदेशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए अनेक स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि धनतेरस केवल धन के पूजन का पर्व नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, आरोग्य और शुद्ध जीवन का उत्सव है। इस दिन आरोग्य के देवता भगवान धनवंतरि जी का प्राकट्य हुआ था, अतः यह दिन हम सभी को अपने स्वास्थ्य और समाज के स्वास्थ्य के प्रति संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।
स्वामी चिदानन्द ने कहा, आरोग्य ही सबसे बड़ा धन है। इसी भावना को साकार करते हुए परमार्थ निकेतन ने धनतेरस के पावन अवसर पर तीन बड़े निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों की घोषणा कि 1 व 2 नवम्बर को हृदय रोग चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में प्रतिष्ठित हृदय रोग विशेषज्ञ एवं चिकित्सा संस्थान भाग लेंगे। सभी वर्गों के लिए यह शिविर निःशुल्क होगा। प्राथमिक जांच, परामर्श से लेकर आवश्यक परीक्षणों ईसीजी, बोन डेन्सिटी, ब्लड टेस्ट, बल्ड शुगर, ब्लड प्रेशर, फ्री दवाईयां आदि निःशुल्क दी जाएगी।
उन्होंने बताया 2 से 12 नवम्बर तक मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन होगा। इस शिविर में भारत सहित विश्व के अनेक देशों से वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञों की टीम द्वारा निःशुल्क जांच और ऑपरेशन किए जाएंगे। पर्वतीय और ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए यह शिविर विशेष रूप से उपयोगी रहेगा।
21 व 22 नवम्बर 2025 को मर्म शक्ति चिकित्सा शिविर का आयोजन होगा। पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति पर आधारित यह विशेष शिविर मर्म थेरेपी के माध्यम से दर्द निवारण और शारीरिक संतुलन को पुनर्स्थापित करने में सहायक होगा।

