



– टीम ने भारी मात्रा में दवाओं को सील किया, चार दवा के सैंपल भरे
ब्यूरो,ऋषिकेश
ऋषिकेश की चर्चित मिर्गी रोग विशेषज्ञ और चिकित्सा केंद्र एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार चर्चा मरीज को दी जा रही दवाई में मिलावट की शिकायत को लेकर है। केंद्र और राज्य के औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने बुधवार को ऋषिकेश में हरिद्वार रोड स्थित क्लीनिक में छापेमारी की। इस दौरान टीम ने भारी मात्रा में मिली दवाओं को सील कर दिया। चार दवाओं के सैंपल भी टीम ने लिए हैं। क्लीनिक का लाइसेंस निरस्त करने की संसुति भी टीम ने की है। बता दे कि नीरज क्लिनिक का विवादों से बहुत पुराना नाता रहा है। 20 वर्ष पूर्व ही क्लीनिक पर छापे की बड़ी कार्रवाई हुई थी इसके बाद क्लिनिक संचालक को गिरफ्तार किया गया था। एक बार फिर से छापे की कार्रवाई के बाद मिर्गी रोग के इस धंधे पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

बुधवार को हरिद्वार रोड स्थित नीरज क्लीनिक में छापेमारी के लिए औषधि नियंत्रण विभांग की टीम पहुंचते ही हड़कप मच गया। सूत्रों की मानें तो छापेमारी में टीम ने क्लीनिक को खंगाला तो पांच कट्टों में संदिग्ध दवाइयां मिली। दवाइयों से भरे इन कट्टों को कब्जे में लेकर उन्हें सील किया गया। शक के आधार पर चार दवाओं के सैंपल भी लिए गए।छापेमारी में टीम ने क्लीनिक के दस्तावेजों की जांच करते हुए कर्मचारियों से पूछताछ भी की। संदिग्ध गतिविधियों को लेकर क्लीनिक का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति भी की गईं।
औषधि नियंत्रक मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि वह दिल्ली से आई ड्रग कंट्रोलर की टीम का हिस्सा थे।आयुष विभाग के अधिकारी भी छापेमारी में शामिल रहे। बताया कि महाराष्ट्र के एक शख्स ने क्लीनिक के इलाज में दवाओं को लेकर गंभीर शिकायत की थी, जिस पर यह छापेमारी की गई। बताया कि जांच में दवाओं के सैंपल में यदि खामियां मिलती हैं, तो क्लीनिक संचालक के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्लीनिक संचालक से स्पष्टीकरण
मांगा गया है।


