



✍🏻 डीएम की ओर से गठित जांच समिति ने ग्राम विकास अधिकारी और कनिष्ठ अभियंता को भी दोषी पाया
✍🏻 प्रतीत नगर के प्रधान और पत्नी की तीन संतान पर चुनाव लड़ने पर भी लगी रोक
ऋषिकेश (उत्तराखंड)
जनपद देहरादून की डोईवाला ब्लॉक में स्थित प्रतीत नगर ग्राम पंचायत में वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर जिलाधिकारी की ओर से गठित जांच समिति की रिपोर्ट आ गई है। समिति ने ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी और कनिष्ठ अभियंता को गड़बड़ी का दोषी पाया है। रिपोर्ट के आधार पर 10.49 लाख रुपए के दुरुपयोग मामले में रिकवरी के भी आदेश दिए गए हैं। जिसमें 3.53 लाख रुपए ग्राम प्रधान अनिल कुमार को पंचायत के खाते में जमा करने होंगे।
जांच समिति की रिपोर्ट के बाद ग्राम प्रधान अनिल कुमार उनकी पत्नी सरिता को तीन संतान होने पर आगामी पंचायत चुनाव के लिए आयोग्य घोषित किया गया है।
बता दें कि ग्राम पंचायत में विकास कार्य में गड़बड़ी को लेकर वार्ड सदस्य आशीष जोशी ने पंचायती राज मंत्री को शिकायत की थी। इस मामले में पंचायत के खाते की धनराशि को खुर्द-बुर्द करने और दस्तावेजों में छेड़छाड़ के आरोप लगाए गए थे। मंत्री के आदेश पर जांच शुरू हुई थी। इस मामले में इस बीच वैदिक नगर प्रतीत नगर निवासी ऐलम सिंह राणा ने जनसुनवाई के दौरान शिकायत की थी। बाद में वहां मामले को लेकर था हाई कोर्ट चले गए थे, हाई कोर्ट ने 10 सप्ताह के भीतर जिलाधिकारी को प्रकरण के निस्तारण के आदेश दिए थे।


