– ड्रग्स फ्री देवभूमि की परिकल्पना को साकार करने के लिए एसएसपी देहरादून की नई पहल
ब्यूरो,ऋषिकेश:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की ड्रग फ्री उत्तराखंड की परिकल्पना को साकार करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून की ओर से व्यापक रणनीति तैयार की गई है
नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश लगाने में आमजन मानस की सहभागिता को बढ़ाने के लिए थाना स्तर पर क्षेत्र वार नशा निरोधक समितियां (N.S.S)बनाई जायेंगी।
एसएसपी देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में 15 दिन के अंदर नशा निरोधक समितियां (N.S.S) गठित करने के निर्देश दिये हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि नशा निरोधक समितियों (N.S.S) में सामाजिक संगठनों के सदस्यों, जागरूक नागरिकों, स्वयं सेवी संगठन के सदस्यों, छात्र-छात्राओं, युवा वर्ग के साथ अन्य सक्रिय सामाजिक व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा।
नशा निरोधक समितियां (N.S.S) क्षेत्र में हो रही है अनैतिक गतिविधियों, अवैध शराब/मादक पदार्थों की रोकथाम व तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही में सहायक सिद्ध होंगी।
पुलिस कप्तान ने यह भी निर्देश जारी किए की वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर नशा निरोधक समितियों (N.S.S) के साथ बैठक कर नशे के विरुद्ध अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए मांगे जाएंगे सुझाव, क्षेत्रवार कार्ययोजना बनाई जायेंगी। समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति तथा अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई हेतु एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर SOP तैयार की गई है, जिसके तहत नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर प्रभावी रोकथाम हेतु थाना स्तर पर निम्न कार्यवाही की जाएगी।
1- सभी थाना प्रभारियों द्वारा थाना स्तर पर सभी कर्मचारियों को नशे के विरुद्ध प्रभावित करवाई करने हेतु टॉस्क दिए जाएंगे तथा समय समय पर उनकी समीक्षा की जाएगी।
2- नशा तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई में आम जन का सहयोग प्राप्त करने के लिए सभी थाना प्रभारी आगामी 15 दिनों के भीतर अपने अपने थाना क्षेत्रों में कम्युनिटी पुलिसिंग की अवधारणा के तहत मोहल्ले वार नशा निरोधक समितियों (N.S.S) का गठन करेंगे।
3- उक्त समिति में सामाजिक संगठनों के सदस्यों, क्षेत्र के जागरूक नागरिकों, स्वयं सेवी संगठनों के सदस्यों, स्कूल/कॉलेज/संस्थाओं के प्रशासनिक अधिकारियों/सक्रिय विद्यार्थियों, क्षेत्र की जागरूक महिलाओं व छात्राओं, युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं व अन्य सक्रिय सामाजिक सदस्यों को रखा जाये।
5- नशा निरोधक समिति (N.S.S) के सदस्यों के द्वारा क्षेत्र में हो रहे अनैतिक क्रियाकलापों, अवैध शराब/मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अभियुक्तों, नशे के आदि व्यक्तियों से संबंधित किसी भी सूचना से पुलिस को अवगत कराया जायेगा।
4- थाना स्तर पर गठित प्रत्येक नशा निरोधक समिति (N.S.S) का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जायेगा, जिसके माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सके, साथ ही प्रत्येक नशा निरोधक समिति में 15 से 20 सदस्यों को नामित किया जायेगा।
5- नशे के विरुद्ध पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई को और अधिक प्रभावी बनाने तथा इसमें आमजन मानस की सहभगिता को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम के माध्यम से भी आमजन को नशे के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूक किया जाएगा।
6- थाना स्तर पर गठित नशा निरोधक समिति (N.S.S) के माध्यम से पुलिस द्वारा की गई कार्रवाइयों की समीक्षा हेतु 15 दिवस में एक बार संबंधित थानाध्यक्ष, माह में एक बार संबंधित क्षेत्राधिकारी, प्रत्येक दो माह में एक बार संबंधित पुलिस अधीक्षक तथा प्रत्येक 03 माह में एक बार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा नशा निरोधक समिति (N.S.S) के सदस्यों के साथ गोष्ठी की जाएगी, जिसमें नशा तस्करों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों की समीक्षा के साथ साथ नशे के विरुद्ध अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए समिति के सदस्यों द्वारा दिये गए सुझावो पर मंथन कर प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाएगी।