




– जंगल में दखल, कांवड़ियों के डीजे से परेशान गजराज ने किया तांडव,कई वाहन तोड़े, एक व्यक्ति घायल
– वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, मंदिर के आसपास खाई खुदवाई
ऋषिकेश, हरीश तिवारी:
जब-जब वन्य जीवों के वास स्थल में मानवीय हस्तक्षेप बड़ा है, तब-तब वन्य-जीव हिंसक होकर हमलावर होते आए हैं। इस तरह के कई उदाहरण अक्सर देखने को मिलते हैं। ऋषिकेश से देहरादून के बीच लंबा चौड़ा वन क्षेत्र है। जो हाथियों का पुराना कॉरिडोर है। चार-पत्ती के लिए हाथी यहां अक्सर सड़क पार करते देखे जा सकते हैं। सुनसान जंगल में पहले ही वाहनों का शोर बड़ा हुआ है। आजकल कावड़ यात्रा चल रही है, वन क्षेत्र कावड़ियों के डीजे के शोर से अत्यधिक प्रभावित है। वन्यजीवों के क्षेत्र में मानवीय दखल विशेष रूप से गजराज के लिए असहनीय हो चुका है।
शनिवार की रात करीब 9:30 बजे डोईवाला के समीप माणिमाई मंदिर क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मादा हाथी और उसका शिशु मंदिर के समीप भंडारा स्थल के आसपास विचरण करते देखे जा रहे हैं।
इस घटना की वायरल दो वीडियो में गजराज की सहनशक्ति और गुस्सा दोनों देखे जा सकते हैं। एक वीडियो में डीजे बज रहा है और गजराज वहां से गुजर रहे हैं। डीजे बंद होता है तो गजराज कोई प्रतिक्रिया नहीं देते, अचानक तेज आवाज में डीजे चला दिया जाता है, इस बीच कुछ लोगों ने हाथी के चेहरे पर टोर्च की तेज रोशनी से लाइट फेंकी। कावड़ियों को इस बात का मुगालता था कि शोर सुनकर गजराज चले जाएंगे, लेकिन होता इसके उलट है।
वयस्क हाथी भंडारा स्थल में दौड़ कर आया, उसने एक ट्रैक्टर ट्रॉली, एक टेंपो और एक बाइक को टक्कर मारकर पलट दिया। सामाजिक कार्यकर्ता भारत भूषण कौशल के मुताबिक इस घटना में भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने आए हर्रावाला देहरादून निवासी संजय पर हाथी ने हमला किया, हाथी ने उनका एक पैर कुचल दिया। उन्हें स्थानीय चिकित्सालय से उपचार के पश्चात देहरादून भेज दिया गया।
घटना की सूचना पाकर लच्छी वाला रेंज से वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेंज अधिकारी द्वारा हालात का जायजा लेते हुए मौके पर कर्मचारियों की तैनाती की गई। रेंज अधिकारी की ओर से रविवार की सुबह मंदिर के आसपास सुरक्षा को देखते हुए खाई खुदवा दी गई है

