




ऋषिकेश, उत्तराखंड:
मायाकुंड स्थिति शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम समाधि संस्थान जनार्दन आश्रम दंडीवाड़ा मायाकुंड ऋषिकेश में स्वामी माधवाश्रम जी महाराज का आठवां निर्वाणोत्सव बड़ी ही श्रद्धा भक्ति से मनाया गया, प्रातः सर्वप्रथम पूज्य ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम जी की समाधि का विधिवत पूजन किया गया उसके बाद हुई श्रद्धांजलि सभा में पधारे संतों ने पूज्य महाराज श्री के जीवन के अनेकों स्मरणों को याद करते हुए कहा कि पूज्य महाराज जी का पूरा जीवन सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में व्यतीत हुआ उन्होंने पूरे भारत वर्ष में आद्य गुरु शंकरचार्य जी के द्वारा पुनरस्थापित सनातन धर्म को अक्षुण्ण रखने के लिए वेद विद्यालयों,गौशालाओं की स्थापना के साथ साथ भारत की वैदिक संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया, संतों ने कहा कि पूज्य महाराज जी के बताए हुए मार्ग पर चलना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी,अनेक प्रांतों से आए पूज्य महाराज जी के शिष्यों ने समाधि में पुष्पांजलि अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया,इस अवसर पर आश्रम के प्रबंधक केशव स्वरूप ब्रह्मचारी ने सभी का स्वागत किया,डंडी स्वामी विज्ञानानंद जी महाराज की अध्यक्षता में चले निर्वाणोत्सव में डंडी स्वामी शिवेन्द्र आश्रम,महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज,नरसिंह पीठाधीश्वर रसिक महाराज,पूज्य अभय चैतन्य मुनि जी,स्वामी अखंडानंद महाराज,पूर्व महापौर अनीता ममगाईं,दिनेश चन्द्र मास्टर,नरेंद्र नेगी,संजय सकलानी आश्रम के ट्रस्टी शैलेन्द्र मिश्रा,प्रबोध उनियाल, डा जनार्दन प्रसाद कैरवान,आचार्य जितेंद्र भट्ट,सुभाष डोभाल जी,विनायक भट्ट जी,विपिन बहुगुणा,वैदिक ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष जगमोहन मिश्रा महामंत्री आचार्य शिवप्रसाद सेमवाल,गंगाराम व्यास, डॉक्टर सतीश वत्सल,डॉ सुनील पैन्यूली,उत्तराखंड विद्वत सभा देहरादून के विपिन डोभाल,कमलेश उनियाल, सत्य प्रसाद सेमवाल,मनोज नौटियाल,नवीन भट्ट, शिव प्रसाद उनियाल,आचार्य भक्त राज भट्ट, गिरीश मिश्रा जी , सुमित मिश्रा,घनश्याम नौटियाल,शंकर मणि भट्ट, मुकेश थपलियाल, प्रवेंद्र भट्ट आदि उपस्थित थे।

