


– नगर में रैली निकाल कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
ऋषिकेश: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ तीर्थ नगरी में साधु संत भड़क गए हैं। साधु संतों ने मानव अधिकार रक्षा मंच के बैनर तले शहर में विशाल विरोध रैली निकाली। जिसमें साधु संतों के अलावा कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा और आरएसएस से जुड़े स्वयंसेवी भी शामिल हुए। श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से शुरू हुई विरोध रैली शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए त्रिवेणी घाट पहुंचकर समाप्त हुई।

त्रिवेणी घाट पर साधु संतों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम को सोपा। रैली में साधु संतों ने बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की जितना निंदा की जाए वह कम है। जिस क्रूरता के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ साधु-संतों को टारगेट किया जा रहा है उसका विरोध पूरे देश को मिलकर करना चाहिए। विरोध रैली के आयोजक विरक्त वैष्णव मंडल के अध्यक्ष व श्री राम तपस्थली आश्रम ब्रह्मपुरी महामंडलेश्वर दयाराम दास ने कहा कि बांग्लादेश को 1973 में बसाने के दौरान भारत ने जो अपनी अहम भूमिका निभाई उस भूमिका को अदा करने की सजा जो आज बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं को भुगतना पड़ रही है उसके लिए देश के प्रत्येक नागरिक को आवाज बुलंद करनी होगी। तभी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को चैन से रहने का नसीब मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जल्द से जल्द बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहिए। कूटनीतिक और राजनीतिक दबाव बांग्लादेश पर बनाना चाहिए। परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने भारत के सभी हिंदुओं से बांग्लादेश के खिलाफ आवाज बुलंद करने की अपील की है। स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने भारत सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा को जल्द से जल्द बांग्लादेश में राजनीतिक हस्तक्षेप करने की मांग भी की है।
प्रदर्शन में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, निवर्तमान महापौर अनीता ममगाईं, महामंडलेश्वर रामेश्वर दास श्री वैष्णव, महंत कपिल मुनि, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, सुदामा सिंघल, दीपक तायल, रविंद्र राणा, संदीप मल्होत्रा, पंडित नरेंद्र शर्मा आदि शामिल हुए।
