



– रविवार की सुबह कंपनी के हेलीकॉप्टर की दुर्घटना में हुई थी 7 लोगों की मौत
– रविवार की सुबह 6:00 और 7:00 के बीच आवंटित हुआ था स्लाट, वक्त से पहले भर दी उड़ान
– कंपनी के मैनेजर और एविएशन मैनेजर ने सुबह खराब मौसम की करी अनदेखी
देहरादून (उत्तराखंड):
केदारनाथ धाम गौरीकुंड के ऊपर रविवार की सुबह गौरीमाई खर्क जंगल में आर्यन एवियशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें कुल 7 लोग सवार थे। सभी की इस हादसे में मृत्यु हो गई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत उत्तराखंड शासन ने इस हादसे को गंभीरता से लिया है। संबंधित कंपनी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर दुर्घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और इस घटना पर दुख जताते हुए दिवंगत हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना और शोक व्यक्त किया।

रविवार की सुबह हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में राजस्व उप निरीक्षक फाटा रुद्रप्रयाग राजीव नखोलिया की ओर से हेली सेवा संचालित करने वाली आर्यन एवियशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। संबंधित शिकायत पत्र में बताया गया कि रविवार को उक्त हेली सेवा को प्रातः 6:00 बजे से 7:00 तक प्रथम स्लाट आवंटित हुआ था, जबकि उपरोक्त दुर्घटना सुबह 5:30 बजे हुई। डीजीसीए एवं यूसीएडीए द्वारा जारी एसओपी के अनुसार प्रत्येक हेली ऑपरेटर द्वारा एक व्यक्ति की तैनाती की जाएगी, जो फ्लाइंग स्लाट आवंटित किए गए हैं उनका कड़ाई से अनुपालन किया जाएगा। शिकायत पत्र के अनुसार टेक ऑफ से पूर्व मौसम की स्थिति को चेक किया जाना आवश्यक है। जबकि रविवार की सुबह से ही बादल एवं धुंध छाई हुई थी। इसके बावजूद हेलीकॉप्टर का संचालन किया गया और एसओपी की अनदेखी की गई।
शिकायत पत्र के अनुसार आर्यन कंपनी एवं इसके मैनेजर विकास तोमर तथा अकाउंटेबल मैनेजर कौशल पाठक यह भली-भांति जानते थे कि एसओपी की अनदेखी करने से यात्रियों की जान माल की क्षति हो सकती है। उपरोक्त दुर्घटना से स्पष्ट है कि आर्यन एवियशन प्राइवेट लिमिटेड एवं इसके मैनेजर और अकाउंटेबल मैनेजर द्वारा एसओपी का पालन नहीं किया गया। इन्होंने अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही बरती। जिससे यह दुर्घटना हुई। दुर्घटना में सात लोगों की मृत्यु हुई है, जिसके लिए मैनेजर विकास तोमर और अकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक जिम्मेदार है। रुद्रप्रयाग के संबंधित थाने में इन व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइप्रस से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइप्रस से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्रधानमंत्री ने इस दुखद घटना में दिवंगत हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना और शोक व्यक्त किया।मृतकों के परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति हेतु प्रार्थना की।उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि घटना के बाद तत्काल उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई है। दुर्घटना के कारणों की गहन जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, बेहतर समन्वय और त्वरित कार्रवाई के लिए कमांड एंड कॉर्डिनेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।


