-हिमालयन अस्पताल में संपन्न हुआ “मिडटर्म फोनोकॉन-2025”
-देशभर के ईएनटी विशेषज्ञों ने स्वर विज्ञान और वाणी विकारों पर साझा किए अनुभव
ऋषिकेश, उत्तराखंड:हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में वाणी विकारों के उपचार को देशभर के ईएनटी विशेषज्ञों ने मंथन किया। “मिडटर्म फोनोकॉन-2025” सम्मेलन का आयोजन किया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने वाणी विकारों से बचाव व उपचार की नई-नई तकनीकियों की जानकारी दी। वाणी विकारों से जूझ रहे रोगियों को भविष्य में लाभ मिलने की उम्मीद है। सम्मेलन में देशभर से 250 चिकित्सकों सहित विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया।
मुख्य अतिथि व स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि, “स्वास्थ्य सेवा में अनुसंधान और तकनीकी नवाचार का समावेश अत्यंत आवश्यक है, और ऐसे शैक्षणिक आयोजन इस दिशा में एक सशक्त कदम हैं।”
हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) के तत्वावधान में आयोजित सम्मेलन की समिति के अध्यक्ष डॉ. एस.एस. बिष्ट ने बताया कि यह सम्मेलन चिकित्सकों के आपसी संवाद, ज्ञान-विनिमय और नेटवर्किंग के लिए एक प्रभावी मंच साबित हुआ है। डॉ. बिष्ट नेs बताया कि इस सम्मेलन में स्ट्रोबॉसकॉपी एवं नैरो बैंड इमेजिंग का सजीव प्रदर्शन दिखाया गया जो कि गले के कैंसर एवं अन्य बिमारियों की जांच की नई विधि है। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा केस प्रेजेंटेशन, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और इंटरैक्टिव सेशन्स का आयोजन किया गया, जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ।
इससे पहले एचआईएचटी के संस्थापक डॉ.स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वल्लित व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस दौरान रहे स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना, डॉ.कबिकांत सामंतराय (भुवनेश्वर, ओडिशा), डॉ.आलोक, कौर्लकर, (सूरत, गुजरात), डॉ.आलोक जैन, डॉ.एसएस बिष्ट, डॉ.महिमा लूथरा मौजूद रहे। युवा ईएनटी डॉक्टरों के लिए मुंबई से आई डॉ.नुपूर नेरुरकर ने विच्छेदन कार्यशाला और व्यवहारिक अभ्यास कराया।
मिडटर्म फोनोकॉन-2025 के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति की सचिव डॉ.महिमा लूथरा ने विशेषज्ञों, प्रतिभागियों और संस्थान के समस्त सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।