




– धूमधाम से निकाल गई 28 वीं श्री जगन्नाथ रथ यात्रा
ऋषिकेश, उत्तराखंड :
श्री मधुबन आश्रम द्वारा 28 वीं श्री जगन्नाथ रथ यात्रा बड़े ही हर्षोल्लास से निकाली गई। ब्रह्मलीन संत भक्तियोग स्वामी महाराज के सानिध्य मे सन 1996 में पहली जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गई थी।आश्रम परिसर में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रथ के आगे झाड़ू लगाकर अपनी सेवा दी। तीर्थ नगरी के सभी प्रमुख महामंडलेश्वर महंत और संतों ने जय जगन्नाथ का आवाहन कर यात्रा को आगे बढ़ाया।
मंगलवार की सुबह रथ यात्रा का शुभारंभ विरक्त वैष्णव मंडल के अध्यक्ष जगद्गुरु योगानंदाचार्य महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास देवाचार्य महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास महाराज, श्री शत्रुघ्न मंदिर के महंत है मनोज प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज,मधुवन आश्रम के अध्यक्ष परमानंद दास महाराज, ऋषिकेश के मेयर शंभू पासवान, पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती नीलम बिजल्वान, समाजसेवी बचन पोखरियाल, चंद्रवीर पोखरियाल ने संयुक्त रूप से किया। रथ यात्रा का जगह-जगह फूलों जलपान से स्वागत किया गया।
रथ यात्रा को सफल बनाने में ऋषिकेश के विभिन्न आश्रम धार्मिक संस्थाओं ने सहयोग प्रदान किया। मुख्य रूप से श्री हेमकुंड साहब मैनेजमेंट ट्रस्ट, निर्मल आश्रम, श्री कैलाश आश्रम, श्री कबीर चौरा आश्रम, श्री गोपाल मंदिर, श्री अखिल भारतीय राधा माधव संकीर्तन मंडल, श्री नेपाली क्षेत्र, आंध्र आश्रम, रोटरी क्लब, लायंस क्लब रॉयल, पंजाबी महासभा, नगर उद्योग व्यापार मंडल, घाट रोड व्यापार मंडल, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा इत्यादि ने सहयोग प्रदान किया। आश्रम के प्रबंधक हर्ष कौशल ने बताया की यात्रा का समापन रेलवे रोड गुरुद्वारा श्री सिंह सभा में होगा।
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पूर्व मंत्री व विधायक प्रेमचंद अग्रवाल भी शामिल हुए यात्रा में
माधुबन आश्रम ऋषिकेश द्वारा आयोजित 28वीं श्रीजगन्नाथ रथ यात्रा का आज भव्य आयोजन किया गया। भोर से ही पूरे नगर में भक्ति, उल्लास और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत वातावरण देखने को मिला। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के पूर्व वित्त, शहरी विकास एवं आवास मंत्री एवं ऋषिकेश विधायक डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए भगवान श्रीजगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा माता के रथों का दर्शन एवं पूजन किया।
डॉ. अग्रवाल ने इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीजगन्नाथ रथ यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह हमारी सनातन संस्कृति, आस्था और समरसता का उत्सव है। यह यात्रा हमें सेवा, त्याग और समाज में प्रेम फैलाने की प्रेरणा देती है। ऋषिकेश की यह भूमि सदैव से अध्यात्म का केंद्र रही है, और यहाँ की हर गलियों में भक्ति की धारा प्रवाहित होती है।
उन्होंने मधुबन आश्रम के सभी संतों, सेवकों एवं आयोजन समिति के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आश्रम द्वारा बीते 27 वर्षों से निरंतर रथ यात्रा का आयोजन करना यह दर्शाता है कि किस प्रकार से ऋषिकेश की परंपरा और आध्यात्मिकता आज भी जीवंत है।
कार्यक्रम के अंतर्गत भव्य रथ यात्रा मधुबन आश्रम से प्रारंभ होकर त्रिवेणी घाट चौक होते हुए नगर भ्रमण करती हुई गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, रेलवे रोड पर सम्पन्न हुई, जहाँ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। रथ यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएँ, बच्चे, साधु-संत और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। पूरे मार्ग पर पुष्पवर्षा, भक्ति संगीत और हरि-नाम संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय रहा।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज को एक सूत्र में बाँधने का कार्य करते हैं। उन्होंने भगवान श्रीजगन्नाथ से राज्य की समृद्धि, जनकल्याण और सभी नागरिकों के सुख-शांति की प्रार्थना की।

