– सिल्कयारा हादसे के दौरान चर्चा में आई थी नवयुगा कंपनी, कंपनी के सात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा
ब्यूरो,ऋषिकेश
ऋषिकेश-कर्ण प्रयाग रेल परियोजना के पैकेज तीन में नवयुगा कम्पनी की लापरवाही का मामला सामने आया है। सुरंग के अंदर चट्टान गिरने से एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। कर्मचारियों ने तीन दिन बाद चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। इस हादसे में दो अन्य लोग घायल हुए हैं। मृतक के भाई की ओर से कंपनी के साइट इंजीनियर, सेफ्टी आफिसर सहित सात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश-कर्ण प्रयाग रेल लाइन के प्रोजेक्ट तीन में कार्यरत कर्मचारी कमलेश पंत (29 वर्ष) निवासी तपोवन, थाना जोशीमठ, जिला चमोली को बिना सुरक्षा के सीधे टनल के फेस के अंदर भेज दिया। अचानक चट्टान टूटी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा कमलेश के साथी इमरान और कंवर भी दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनको उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। जहां से कमलेश को हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट के लिए रेफर किया गया। जहां कमलेश की उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि दोनों घायलों का इलाज अभी एम्स में चल रहा है।
थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि मृतक के चचेरे भाई वेद प्रकाश निवासी जोशीमठ ने मामले में नवयुगा कंपनी के साइट इंजीनियर रंगनाथ, सेफ्टी अफसर मनोज पोखरियाल, पीआरओ रंजन भंडारी, टनल इंचार्ज नरेंद्र कुमार, सुपरवाइजर कमल, ठेकेदार जितेंद्र कुमार, एचआर भुवन चंद जोशी के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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सिल्क्यारा हादसे के बाद चर्चा में आई थी नवयुगा कंपनी
रेल प्रोजेक्ट पर जो नवयुगा कंपनी काम कर रही है, यही कंपनी उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में भी काम कर रही थी। इसी कंपनी की साइट में स्थित टनल में कई मजदूर कई दिनों तक अंदर फंसे रहे और सरकार के अथक प्रयासों के बाद उनको जीवन दान मिला। अब इसी कंपनी की दूसरी लापरवाही सामने आने पर कई प्रकार के सवाल कंपनी के कार्य को लेकर खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि घटना के बाद कर्मचारी की मौत की सूचना पुलिस को कंपनी की ओर से नहीं दी गई। मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई। परियोजना के उप महाप्रबंधक भूपेंद्र सिंह के अनुसार बताया कि हादसे के बाद कंपनी की ओर से पुलिस को सूचना दी गई थी।