– स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने चौकी प्रभारी चिंतामणि मैठानी सहित चार पुलिस कर्मियों को किया सम्मानित
ब्यूरो,ऋषिकेश:
एम्स ऋषिकेश में 15 दिन पूर्व एक व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। परिवार वालों की इच्छा पर इस व्यक्ति का अंगदान कराया गया था। मानव अंगों को कम समय के भीतर अस्पताल से एयरपोर्ट तक पहुंचने का काम दून पुलिस की सक्रियता और निष्ठा के कारण संभव हो पाया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने पुलिस टीम को सम्मानित किया।
बता दें कि महेंद्रगढ़ हरियाणा के रहने वाले सचिन को 23 जुलाई को रुड़की में हुई सड़क दुर्घटना के बाद गंभीर हालत में एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। 30 जुलाई को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। सचिन के परिवार वालों ने उनके अंगदान का निर्णय लिया। इसके बाद किडनी, पेनक्रियाज तथा कॉर्निया को सुरक्षित निकाल लिया गया। निर्धारित समय के भीतर इन सभी अंगों को चंडीगढ़ और दिल्ली भिजवाया जाना था।
एक अगस्त को इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने पुलिस की टीम का गठन किया। एम्स ऋषिकेश से लेकर जॉली ग्रांट एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया। इसके बाद पुलिस की टीम ने 28 किलोमीटर का रास्ता मात्र 18 मिनट में पूरा किया और एयरपोर्ट के जरिए मानव अंगों को निर्धारित स्थान तक भेजा जाना संभव हो पाया। इस कार्य में सक्रिय भूमिका निभाने वाले एम्स के पुलिस चौकी पर भारी चिंतामणि मैठानी, कांस्टेबल विकास राणा, संदीप राठी और चालक भुराज सिंह को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में यदि पुलिस प्रशासन का समर्पित और सक्रिय सहयोग नहीं मिलता तो यह बड़ा काम पूरा नहीं हो पता।
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January 20, 2025