



– सात पार्षदों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बुजुर्ग और महिलाओं ने किया प्रदर्शन
जनवाणी ब्यूरो, ऋषिकेश
ऋषिकेश में पुलिस द्वारा सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारीयो, स्थानीय पार्षद एवं 70 से 80 वर्षीय बुजुर्गों सहित 23 लोगों पर दर्ज मुकदमो के विरोध में लोक रविवार को कोतवाली में गरजे। आधा दर्जन से अधिक नगर निगम पार्षदों के नेतृत्व में क्षेत्र के सैकड़ो महिलाओं बुजुर्गों सहित जनता ने कोतवाली में प्रदर्शन करते हुए स्थानीय प्रशासन को चेताया।
रविवार को नगर निगम के 7 पार्षदों सिमरन उप्पल, चेतन चौहान, संध्या बिष्ट गोयल, प्रिंस मनचदा, राजेंद्र प्रेम सिह बिस्ट, लव कांबोज, अजय दास, आदि पार्षदों के नेतृत्व में महिलाओं बजुर्गों सहित क्षेत्र के सैकड़ो लोगों ने कोतवाली ऋषिकेश में प्रदर्शन किया।
इस मौके पर स्थानीय पार्षद सिमरन उप्पल का यह कहना था कि सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी के अंतर्गत रामलीला सामुदायिक भवन जनता हित के लिए होता है।
29 मई को भी यह जनता के हित में ही खोला गया था। जिस पर एक पूर्व सभासद ने अपने एक व्यक्ति द्वारा केवल हमसे चुनाव में हार जाने के कारण अपनी चुनावी राजिंश के तहत अपनी राजनीतिक पहुंच के चलते षड्यंत्र के तहत 23 निर्दोष बुजुर्गों और कमेटी के पदाधिकारीयो पर झूठे और निराधार मुकदमे दर्ज करवाए।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का यह कहना था कि पिछले 70 वर्षों से संचालित सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी से जुड़े लोगों पर जिस व्यक्ति द्वारा यह झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। उस व्यक्ति का इस कमेटी और इस संपति से कोई भी संबंध नहीं है।
पुलिस द्वारा बगैर इसकी जांच किए जल्दबाजी में मुकदमा दर्ज करना कहीं ना कहीं किसी बड़े राजनीतिक दबाव और षड्यंत्र का हिस्सा लगता है। मुकदमे में विवाह पजीकरण कराने आए लोग भी शामिल है। यह सब एक पूर्व सभासद की कुछ लोगों के साथ मिलकर एक षड्यंत्र के तहत उक्त संपत्ति को हड़पने की मंशा प्रतीत होती है।
7 पार्षदों के समूह ने नगर कोतवाल प्रदीप सिंह राणा से भी मुलाकात की, जिसमें नगर कोतवाल ने आश्वासन दिया कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगी।
इस मौके पर सतबीर सिंह तोमर, एकांत गोयल, आलोक चावला, रवि सिंह बिस्ट, अनिरुद्ध शर्मा, मयंक भट्ट, रवि कुमार संदीप प्रजापति, रंजीत सिंह धामी, अनुज कुमार, नीतीश जैन, दिव्या पाल, गुलशन पाल, कविता पाल, रोशनी पाल, काजल पाल, गीता पाल, अंशुल रावत (चानू) सुमित रावत, प्रिंस पूहाल, रूपम गंगा त्यागी, मयंक शर्मा ,अमन निषाद, दीपक राणा, देवेंद्र नेगी, मुकेश राज सिंह, संदीप अतवारिया, हरिराम अरोड़ा,योगेश कालरा, जितेंद्र पाल, अभिनव पाल, अशोक थापा, रोहतास पाल, हुकुमचंद रणवीर सिंह, सुशील पाल शामिल थे।
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ऋषिकेश:
इस पूरे मामले में दूसरे पक्ष की ओर से कमेटी के अध्यक्ष विनोद पाल ने कहा हमारा उद्देश्य एक मात्र श्री रामलीला कमेटी का बेहतर संचालन और यहां की व्यवस्थाओं का बेहतर प्रदर्शन रहा है। जो पूर्व में यहां का अध्यक्ष होने का दावा कर रहे हैं पूरी बनखण्डी जानती है कि हर साल घाटा दिखाकर श्री रामलीला के इस पूरे प्रांगण को किस प्रकार से आप अपने कब्जे में रखते थे। इसे टैंट हाउस बना रखा था।
श्री रामलीला कमेटी 2009 से अस्तित्व में आने के बाद इनकी व्यक्तिगत दुकानें बंद कर दी गई है, जिसक इनको इसका मलाल है। 29 मई को यूसीसी कैंप के बहाने ताले तोड़े गये। गजब बात रही कि पंजीकरण कराने 55 से 80 साल के व्यक्ति आये?


