



– जापान के सात सदस्यीय दल ने स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट का दौरा किया
– रोजगार और कौशल विकास सहयोग को अगले स्तर तक ले जाने पर चर्चा
– एसआरएचयू में बनेगा ओवरसीज ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिवीजन
ऋषिकेश,उत्तराखंड:
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में जापान के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दौरा कर विश्वविद्यालय प्रबंधन से मुलाकात की। जापान में विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और प्लेसमेंट के अवसरों को लेकर आपसी सहयोग को अगले स्तर तक ले जाने पर चर्चा हुई। विदेशों में रोजगार की संभावनाएं तलाश रहे एसआरएचयू सहित उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।
यह दौरा विश्वविद्यालय के स्किल डेवलपमेंट पार्टनर लर्ननेट स्किल्स के सहयोग से आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय पहुंचने पर प्रति कुलपति डॉ. अशोक कुमार देवराड़ी ने जापानी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
एसआरएचयू में बनेगा ओवरसीज ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिवीजन
भविष्य की योजना के रूप में विश्वविद्यालय ने लर्ननेट स्किल्स के साथ मिलकर एक ओवरसीज ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिवीजन स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिससे विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक रोजगार अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
जापानी योजनाओं के तहत युवाओं को मिलेगा मौका
जापानी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे पहले से ही भारत, विशेष रूप से उत्तराखंड के युवाओं को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रोजगार प्रदान कर रहे हैं। अब जापान सरकार की टेक्निकल इंटर्न ट्रेनिंग प्रोग्राम (TITP) और स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर (SSW) योजनाओं के तहत अधिक भारतीय युवाओं को इंटर्नशिप और रोजगार अवसर देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
“लाइफ का कंपस’ के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय दिशा
बैठक के दौरान जापानी नियोक्ताओं, विश्वविद्यालय अधिकारियों और लर्ननेट स्किल्स टीम के बीच कौशल विकास और वैश्विक करियर अवसरों पर सार्थक चर्चा हुई। प्रति कुलपति डॉ. अशोक कुमार देवराड़ी ने कहा, “एसआरएचयू हमेशा से अपने छात्रों को ‘लाइफ का कंपस’ प्रदान करने के मिशन पर कार्यरत है — ऐसा शिक्षा वातावरण जो उन्हें केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि दिशा भी दे। जापानी संस्थानों से यह सहयोग हमारे विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ने की दिशा दिखाएगा।”
जापानी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य: यूटो तनेदा, लेन्हु क्विन, नात्सुको तानाका, जुंकी अरिकाडो, युइची इदे, यासुको यामामोटो और किनूयो सुगा।
एसआरएचयू की ओर से उपस्थित: प्रति कुलपति डॉ.अशोक कुमार देवराड़ी, महानिदेशक (शैक्षणिक विकास) डॉ. विजेंद्र चौहान, रजिस्ट्रार कमांडर सेनि. चल्ला वेंकटेश्वर, ओएसडी डॉ.मुकेश बिजल्वाण, तथा लर्ननेट स्किल्स से रमेश पेटवाल, पुनीत सिंह, उमा शंकर और संजीव बिंजौला।
