




पटना, बिहार: बिहार की राजधानी पटना में सड़क हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने पहुंचे राज्य सरकार के मंत्री और विधायक पर गुस्साए ग्रामीणों ने हमला कर दिया। लाठी-डंडों से लैस भीड़ को देख मंत्री और विधायक को जान बचाकर गांव से एक किलोमीटर दूर तक भागना पड़ा।
यह है पूरा मामला
शनिवार सुबह पटना के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिकिरियावां हाल्ट के पास एक ट्रक और ऑटो की टक्कर में 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। सभी मृतक नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मलावां गांव के निवासी थे। बुधवार को बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया मृतकों के परिजनों से मिलने मलावां गांव पहुंचे।
पीड़ित परिवारों से औपचारिक मुलाकात के बाद जब दोनों नेता वापस लौटने लगे, ग्रामीणों ने उन्हें कुछ देर और रुकने का आग्रह किया। लेकिन मंत्री ने कहा कि वे सभी परिवारों से मिल चुके हैं और उन्हें आगे अन्य कार्यक्रमों में जाना है।
इसी बात पर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। लोगों का आरोप था कि हादसे के दिन विधायक के कहने पर ही उन्होंने सड़क जाम हटाया था, लेकिन आज तक उन्हें किसी प्रकार का मुआवजा या ठोस आश्वासन नहीं मिला।
मंत्री और विधायक के रवैये से नाराज भीड़ ने अचानक लाठी-डंडे निकाल लिए और दोनों नेताओं को दौड़ा लिया। हालात बिगड़ते देख मंत्री और विधायक ने किसी तरह दौड़कर जान बचाई और गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर सुरक्षित पहुंचे।

