




ऋषिकेश,उत्तराखंड:
बाली-इंडोनेशिया के प्रतिष्ठित समाजसेवी गांधीवादी विचारक जमनालाल बजाज से सम्मानित पद्मश्री अगुस उडयन ने 25 वें अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में उत्तराखंड के पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक डा. एनपी माहेश्वरी को शिक्षा के क्षेत्र में उनके पचास वर्ष के अनवरत योगदान के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट सम्मान से सम्मानित किया।
विदित हो कि भारतीय संस्कृति और हिंदी भाषा को प्रतिष्ठित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन (अहिंस) का 25 वां रजत वर्ष सम्मेलन मलेशिया – बाली (इंडोनेशिया ) में 23 से 31 अगस्त 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमें देश विदेश के साहित्यकारों, शिक्षाविदों एवं समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपना अमूल्य योगदान देने वाले सम्मानित विद्वानों और मनीषियों को आमंत्रित किया गया है।
मूलतः कोटद्वार के रहने वाले डा. माहेश्वरी ने थैलीसैण , नरेंद्र नगर, रायपुर देहरादून पावकी देवी,ऑटोनॉमस पीजी कॉलेज ऋषिकेश आदि राजकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य , उपनिदेशक और निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड के दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। डा. माहेश्वरी ने एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के नौ छात्रों की पीएचडी डिग्री के लिए सफलतापूर्वक पर्यवेक्षण करने के साथ ही 100 से अधिक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रतिभा कर शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया।
डा. महेश्वरी भारत के अनेक महाविद्यालयों में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद के मूल्यांकन हेतु पीयर टीम का सदस्य के रूप में अपना योगदान देते रहे है।
समारोह में डा. जीएस रजवार, डा. गोविंद सिंह रावत, डा. अभय कुमार, डा. गौरीशंकर गुप्ता, जय प्रकाश रथ, डा प्रजापति, राजेन्द्र राजन, डा. जयवर्धन व अनेक साहित्यकार एवं विद्वान उपस्थित थे।
इस अवसर पर वर्तमान निदेशक उच्च शिक्षा प्रोफेसर विश्वनाथ खाली ने कहा कि शिक्षा जगत से डा. माहेश्वरी का बाली इंडोनेशिया में सम्मान उच्च शिक्षा ही नहीं अपितु सम्पूर्ण उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है।
इस अवसर पर निदेशक पंडित ललित मोहन शर्मा,श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर , प्रो. महावीर सिंह रावत, प्रो. मुक्तिनाथ यादव, प्रो. सुमिता श्रीवास्तव, प्रो. वीएन गुप्ता प्रो वीके गुप्ता, डा.दयाघर दीक्षित सहित अनेक सम्मानित प्राध्यापकों ने उन्हें बधाई और शुभकामना प्रेषित की।

