
– मोर्चा अध्यक्ष नरेंद्र नेगी ने कहा कि कर्मचारियों के समर्थन में सड़क पर होगा आंदोलन
ऋषिकेश:
अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में पिछले एक दशक से सेवारत 56 संविदा कर्मियों को एम्स प्रशासन की ओर से जारी किए गए सेवा समाप्ति आदेश का उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने विरोध करते हुए इस मामले में आंदोलन कर रहे सभी कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया है।
उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के महानगर अध्यक्ष नरेंद्र नेगी ने इन कर्मचारियों को जारी समर्थन पत्र में में कहा कि उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा उन सभी युवाओं के साथ है जो उत्तराखंड में रहकर समर्पण भाव से विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों का यदि प्रशासन की ओर से उत्पीड़न होता है तो इसे उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा।
मोर्चा के महानगर अध्यक्ष नेगी ने कहा एम्स ऋषिकेश में स्थानीय युवाओं को सेवाओं में प्राथमिकता देने की मांग लंबे समय से की जाती रही है। स्थानीय लोगों को रोजगार देने के बजाय पहले से सेवारत कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त किया जाना किसी भी सूरत में न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि इन सभी कर्मचारियों का मामला पहले से उच्च न्यायालय में विचाराधीन है, ऐसे में यदि एम्स के प्रशासनिक अधिकारी इन सभी की सेवाएं समाप्त करते हैं तो यह न्यायालय की अवमानना समझ जाएगा। उन्होंने कहा कि एम्स में काम करने वाले सभी मूल निवासियों के हक हकूक की रक्षा के लिए स्वाभिमान मोर्चा आगे आकर अपनी भूमिका निभाएगा। इन सभी कर्मचारियों पर हो रहे कुठाराघात को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो उत्तराखंड संघर्ष मोर्चा सड़क पर आकर आंदोलन करेगा। उन्होंने एम्स प्रशासन को चेतावनी दी की अति शीघ्र इस मामले का निस्तारण करें। अन्यथा इस मामले को लेकर जो भी हालात पैदा होंगे उसकी जिम्मेदारी एम्स प्रशासन की होगी।