फायर सीजन में सभी चुनौतियों का सामना करेगा वन विभाग: चीफ गढ़वाल
ब्यूरो,ऋषिकेश
वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार ने कहा कि इस फायर सीजन में गढ़वाल मंडल में वनाग्नि की 300 से अधिक घटनाएं हो चुकी है। 350 हैक्टेयर से ज्यादा जंगल प्रभावित हुआ है। जंगल में आग लगाने के आरोप में 37 लोगों को पकड़ा गया है, जो सभी कम उम्र है। फायर सीजन को अभी दो महीने बाकी है। वन विभाग तत्परता के साथ सभी चुनौतियों का सामना करेगा। इसके लिए जन सहभागिता को बढ़ाया जाएगा।
वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार गुरुवार को ऋषिकेश स्थित लीसा डिपो का निरीक्षण करने आए थे, उन्होंने जहां की स्थिति को संतोषजनक बताया। उन्होंने बताया कि जंगल की आग से निपटने के लिए संवेदनशील रेंज चिन्हित किए गए हैं। जगह-जगह फायर वाचर लगाए गए हैं, जरूरत पड़ी तो डैलीवेज पर भी फायरवाचर तैनात किए जाएंगे। महिला मंगल दल, युवक मंगल दल को भी जंगल को आग से बचाने के अभियान के साथ जोड़ा गया है।
गढ़वाल चीफ नरेश कुमार ने बताया कि जंगल को आग से बचने के लिए जो भी ग्राम पंचायतें अच्छा काम करेंगी उनको सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ऐसी 450 पंचायतें उत्तराखंड में चिह्नित की गई है। कर्मचारियों को भी पुरस्कार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फायर सीजन की चुनौतियां अभी भी बरकरार हैं। जन सहयोग से इस पर काबू पाया जाएगा। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह जंगल के समीप गांव में रहने वाले ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद करें। तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है इसलिए अभी और अधिक सजग रहने की जरूरत है। इस मौके पर
वन संरक्षक भागीरथी धर्म सिंह मीणा, डीएफओ नरेंद्र नगर जीवन मोहन दागड़े, एसडीओ किशोर नौटियाल,रेंजर लीसा रेंज कमल सिंह पंवार, रेंजर नरेंद्रनगर/शिवपुरी विवेक जोशी, डिप्टी रेंजर हुकमदत्त बिजलवान,वन दारोगा प्रभुलाल उनियाल मौजूद रहे।
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September 13, 2024