




-चिकित्सा शिक्षा में गुणवत्ता और सुरक्षा पर केंद्रित सिम्यूलस-10 सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न
ऋषिकेश,उत्तराखंड:
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू), जौलीग्रांट के हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (एचआईएमएस) में सिम्यूलस-10 सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सम्मेलन सिमुलेशन आधारित चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में पिछले दस वर्षों की उपलब्धियों और प्रगति का उत्सव रहा।
एसआरएचयू में “हेल्थकेयर सिमुलेशन फॉर क्वालिटी एंड सेफ्टी” विषय पर आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश से अनेक विशेषज्ञों ने भाग लिया। चार दिवसीय इस सम्मेलन में वर्कशॉप, लेक्चर और पैनल चर्चा आयोजित की गईं। प्रतिभागियों को टीमवर्क, निर्णय क्षमता, संवाद कौशल और क्लिनिकल प्रैक्टिस के नए तरीकों को सीखने का अवसर मिला।
विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि एसआरएचयू केवल तकनीकी शिक्षा ही नहीं देता, बल्कि मानवीय मूल्यों से युक्त संवेदनशील चिकित्सक तैयार करने पर भी जोर देता है। “लाइफ का कंपस” के रूप में एसआरएचयू विद्यार्थियों को सही दिशा और उद्देश्य प्रदान करता है, ताकि वे समाज के प्रति जिम्मेदार और करुणामय स्वास्थ्यसेवक बन सकें।
आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक देवराड़ी ने कहा कि “सिम्यूलस अब केवल एक सम्मेलन नहीं रहा, बल्कि यह एक ऐसा मंच बन गया है जहाँ देश-विदेश के विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करते हैं, नए विचार प्रस्तुत करते हैं और चिकित्सा शिक्षा के भविष्य को दिशा देते हैं। सिमुलेशन आधारित प्रशिक्षण चिकित्सा शिक्षा को और अधिक सुरक्षित, प्रभावी और व्यवहारिक बना रहा है।”
इस दौरान डॉ.विजेंद्र चौहान, एचआईएमएस प्रिसिंपल डॉ.रेनू धस्माना, सहित डॉ.राकेश कुमार, डॉ.जूही कालरा, डॉ.सनोबर वसीम, डॉ.दीव्या गुप्ता, डॉ.राजेश शर्मा आदि मौजूद रहे।
प्रशिक्षण और सम्मान
सम्मेलन के दौरान 60 ट्रेनर्स तैयार किए गए, जो भविष्य में सिम्युलेशन की ट्रेनिंग दे सकेंगे। इसके अलावा 30 प्रतिभागियों को प्रारंभिक नवजात शिशु देखभाल की ट्रेनिंग देने के लिए चुना गया।
हेल्थकेयर में सिम्युलेशन को प्रोमोट करने के लिए अमेरिका से आए डॉ. बैरी आइसनबर्ग व भारती विद्यापीठ के डॉ.संजय लालवानी को ‘अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया।

