




ऋषिकेश, उत्तराखंड:
प्रकृति और गौ संरक्षण का पर्व है गोवर्धन पूजा महोत्सव: ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी
ऋषिकेश, उत्तराखंड:
गोवर्धन पूजा महोत्सव के मौके पर श्री जयराम आश्रम में भगवान गोवर्धन की विधिवत पूजा अर्चना करते हुए 56 भोग लगाया गया। जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि गोवर्धन पूजा महोत्सव प्रकृति की पूजा है,गौ माता की पूजा है और यह पर्व पर्यावरण और गौ रक्षा का संदेश देता है।
आश्रम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा भगवान अपने भक्तों का साथ कभी नहीं छोड़ते, भगवान ने इंद्रदेव का अहंकार समाप्त करने के लिए प्रभु ने गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। भगवान श्री कृष्ण को गोपियों यानी कन्या रूपी देवी और गौमाता काफी प्रिय है। आज देश में दोनों ही सुरक्षित नहीं है। बेटी मां के रूप में संस्कारों का सृजन करती है। कन्या भ्रूण हत्या के कारण आज हमारी यह शक्ति संकट में है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर गोवंश पर संकट मंडरा रहा है। देश में आपदा आ रही है, पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। इस सब के कारण हम स्वयं है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल ने आक्सीजन का महत्व सब को समझा दिया है। देश के भीतर पेड़ों का पातन हो रहा है। संक्रमण काल में पूरा देश आक्सीजन के लिए भटकता रहा। हमें इस मौके पर सभी को पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री व क्षेत्र विधायक प्रेमचंद अग्रवाल,स्वामी नारायण चरण दास महाराज, रुति प्रसाद महाराज, ऋषिकेश महापौर शंभू पासवान, पूर्व महापौर अनिता ममगाईं, पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक डा. एनपी महेश्वरी, डॉ एमसी त्रिवेदी, कोतवाली कैलाश चंद्र भट्ट, भाजपा के जिला महामंत्री प्रतीक कालिया,गंगाराम आडवाणी, पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, जयेंद्र रमोला, पंडित प्रदीप शर्मा, आचार्य मायाराम रतूड़ी, अशोक अग्रवाल, मनोरंजन देवरानी, रमेश पोखरियाल, विनोद अग्रवाल, अशोक रस्तोगी, मधुसूदन शर्मा, मुकुल शर्मा, मुनीष शर्मा, सुरेंद्र गैरोला, हर्षवर्धन रावत आदि मौजूद रहे।

