


ब्यूरो, ऋषिकेश
उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के उपलक्ष्य पर ऋषिकेश में राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह बीटीसी परिसर स्थित उत्तराखंड राज्य निर्माण शहीद स्मारक के हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें राज्य आंदोलन के नायकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक भावुक अवसर प्रदान किया।
मुख्य अतिथि ऋषिकेश की पूर्व महापौर अनीता ममगाई ने सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 200 राज्य आंदोलनकारियों को एक-एक करके शॉल ओढ़ाकर एवं माला पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान अनिता ममगाईं ने शहिदों को नमन करते हुए इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण करते हुए कहा कि अटल जी ने अलग राज्य ही नहीं दिया बल्कि यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए विषेश राज्य का दर्जा भी दिया। यह सम्मान समारोह न केवल आंदोलनकारियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का मंच था, बल्कि यह राज्य निर्माण के पीछे की भावना को पुनर्जीवित करने और उत्तराखंड के भविष्य के विकास में उनके अनुभवों और विचारों को शामिल करने का एक महत्वपूर्ण कदम भी रहा।
इस अवसर पर सम्मान पाकर राज्य आंदोलनकारियों के चेहरे पर खुशी और गर्व झलकता नजर आया। उन्होंने कहा कि रजत जयंती के अवसर पर मिला यह सम्मान उनके लिए एक नई ऊर्जा का काम करेगा, जो उन्हें भविष्य में राज्य के विकास के लिए लाभकारी साबित होने वाली दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर उषा रावत, गंभीर मेवाड़,डीएस गोसाई, बलवीर सिंह नेगी, विक्रम भंडारी, राजेंद्र कोठारी, प्रेम सिंह रावत, विशंभर दत्त डोभाल, यादवीर सिंह चौहान, दिगंबर सिंह नेगी, पीतांबर दत्त, कुसुम लता शर्मा, रविंद्र कौर, जय डोभाल, अंजू गैरोला, बृजेश गोपाल, राजकुमारी जुगलान, सुमिता ममगाई, सरोजनी रावत, राम उनियाल, विद्या तिवाड़ी ,चंद्रमा भट्ट, सरोजिनी रावत, पदमा रावत, कृष्णा देवी, कमल बिष्ट, भवानी रावत, प्रमिला रमोला, शकुंतला कोठारी, पदमा रावत उपस्थित रहे।
