


– जगद्गुरु योगनंदाचार्य स्वामी दयाराम दास देवाचार्य महाराज का 72 वां जन्मोत्सव
ऋषिकेश,उत्तराखंड:
ब्रह्मपुरी स्थित श्री राम तपस्थली के पीठाधीश्वर जगद्गुरु योगनंदाचार्य स्वामी दयाराम दास देवाचार्य महाराज का 72 वें जन्मोत्सव एवं 51 वर्ष दीक्षा समारोह में बड़ी संख्या में उत्तराखंड और अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। विभिन्न अखाड़े, आश्रमों के श्री महंत और महामंडलेश्वरों ने कहा कि स्वामी दयाराम दास महाराज ने समाज को नई दिशा दिखाने का काम किया है। सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एक वास्तविक संत की भूमिका निभाते हुए उन्होंने क्षेत्र की आध्यात्मिक और सात्विक छवि को बचाने के लिए आगे बढ़कर काम किया है।
ब्रह्मपुरी स्थित श्रीराम तपस्थली आश्रम में दो दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रमुख संतो ने कहा कि श्री राम आंदोलन के दौरान स्वामी दयाराम दास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए श्री राम भक्तों को एकत्र करने में एक अलग अलख जगाई। स्वामी दयाराम दास का व्यक्तित्व सभी को प्रेरित करता है। उनके द्वारा समाज में सनातन धर्म की ध्वजा को फहराने में महत्त्वपूर्ण योगदान है।
इस अवसर पर जगद्गुरु स्वामी दयाराम दास महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में समाज के भीतर बढ़ रही बुराइयों, नशे की प्रवृत्ति और धार्मिक कार्यों को रोकने का काम हालांकि सरकार का है। इस मामले में संत समाज की भी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। जब समाज हर तरफ से ना उम्मीद हो जाता है तो समाज के लोग संत समाज की ओर देखते हैं। वास्तविक संत वही है जो समाज की तरक्की और राष्ट्र के उत्थान के लिए अपना सक्रिय योगदान दे। हमारा इस दिशा में हमेशा से ही सकारात्मक दृष्टिकोण रहा है।
कार्यक्रम में पहुंची ऋषिकेश की निवृत्तमान महापौर अनीता ममगाईं ने स्वामी दयाराम दास महाराज का अभिनंदन करते हुए उनके दीर्घायु जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि तीर्थ नगर ऋषिकेश के संतो ही नहीं बल्कि नागरिकों में भी स्वामी दयाराम दास महाराज की वजह से एक नई चेतना का संचार हुआ है। समाज की कुरीतियों के खिलाफ उन्होंने आगे बढ़कर आवाज उठाई है। उन्होंने तीर्थ नगरी का पूरे देश में सम्मान बढ़ाया है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज, महंत बलवीर सिंह, महंत मनोज प्रपन्नाचार्य, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य, स्वामी डॉ सच्चिदानंद, स्वामी भारत भूषण दास, स्वामी विष्णुदास, महामंडलेश्वर महावीर दास, महामंडलेश्वर अजय राम दास, केशव स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, स्वामी परमानंद दास, डॉ जनार्दन कैरवान, राम चौबे, पंकज शर्मा, सहित सीताराम परिवार की अध्यक्ष सुशीला सेमवाल, धारी देवी कीर्तन मंडली, कात्यायनी कीर्तन मंडली, कुंजपुरी कीर्तन मंडली, सुरकुंडा कीर्तन मंडली से भक्तजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महंत रवि प्रपन्नाचार्य ने किया।
