ब्यूरो, ऋषिकेश
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 25 अप्रैल को देवप्रयाग से देहरादून लौट रहे एक परिवार के लोग मालाकुठी पुल के समीप गंगा में नहाने के लिए रुके थे। परिवार का एक युवक गंगा के जनपद पौड़ी से लगे किनारे में नहाते वक्त डूबने लगा तो पिता भी गंगा में कूद पड़े। पुत्र के साथ पिता भी गंगा में डूब गए थे। घटना के 10 दिन बाद दोनों के शव रविवार को शिवपुरी के पास बरामद कर लिए गए। दोनों का पता नहीं चल पाया।
एसडीआरएफ के निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि देहरादून निवासी संजय थापा (52 वर्ष) अपने परिवार के साथ देवप्रयाग से देहरादून की तरफ जा रहे थे। 25 अप्रैल की अपराह्न करीब 3:30 बजे रास्ते में माला कुठी पुल के पास पौड़ी साइड में नदी में नहाने लगे। आशीष थापा (23 वर्ष) पुत्र संजय थापा नहाते वक्त गंगा में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए उसके पिता संजय थापा भी गंगा में कूद गए, वह भी गंगा में डूब गए। इस दौरान संजय थापा की पत्नी सरिता थापा और दूसरा पुत्र दिव्य ऋषि थापा ही वहीं मौजूद थे। एसडीआरएफ के गोताखोर मौके पर बुलाए गए थे। गंगा में काफी तलाश करने के बाद भी उनका पता नहीं चल पाया था। रविवार की दोपहर बाढ़ आपदा राहत दल के सदस्यों ने पिता पुत्र के शव से पूरी गंगा से बरामद कर स्थानीय पुलिस के सुपुर्द कर दिए।