– युग वक्ता डा.कुमार विश्वास की त्रिवेणी घाट में अपने-अपने राम कथा
जनवाणी ब्यूरो, ऋषिकेश
तीर्थ नगरी की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट में युग वक्त डा.कुमार विश्वास के कार्यक्रम अपने-अपने राम की प्रस्तुति दूसरे दिन भी भाव विभोर करने वाली रही। उन्होंने कहा कि राम हमेशा वंचितों के साथ रहे, उन्होंने सभी का उद्धार किया। जीवन में यदि प्रतीक्षा शबरी की जैसी हो तो भगवान को श्री राम के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
श्री गंगा सभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में कुमार विश्वास ने भगवान राम की कथा के उन प्रसंगों को उकेरा जो आज तक सामान्य रूप से कम ही सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में देश के भीतर लोग जातियों में बंटे हुए हैं। राजनीतिक की धारा भी इन्हीं के इर्द-गिर्द सीमट कर रह गई है। भगवान श्री राम ने अपने जीवन में पिछड़ों, दलितों,वनवासियों सभी का उद्धार किया। राम हमेशा वंचितों के साथ रहे। उन्होंने कहा कि आज हम इस बात को लेकर गर्व करते हैं कि राज भवन के पुष्पों में राष्ट्रपति के रूप में एक वन फूल खिल रहा है।
उन्होंने कहा शबरी ने श्री राम को रास्ता दिखाया शबरी के द्वार पर राम भोजन मांगने गए। इस प्रसंग पर उन्होंने बहुत ही सुंदर तरीके से यह गीत प्रस्तुत किया-
‘पथरीली गिली आंखों में भावों की सरयू लहराई,
जब शबरी की पृण की कुटिया में अवधि में बोले रघुराई,
हमका भूख लगी है माई।’
राम कथा मर्मज्ञ कुमार विश्वास ने कहा कि भगवान राम को संकट में जब जटायु ने पुकारा तो वह बेटा बनकर मदद को आए। मित्रता के लिए वह बलशाली बाली से टकरा गए। जब उनके आश्रय में विभीषण आए तो उसे लंका पति बना दिया। उन्होंने कहा कि यदि आपके घर में सौ रत्न है और गंगाजल नहीं है तो यह सभी रत्न बेकार हैं। जिसके आंगन में गंगाजल है, उसे फिर किसी भी रत्न की जरूरत नहीं है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद दिनेश शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय केके मदान, जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, श्री गंगा सभा के संरक्षक हर्षवर्धन शर्मा, कार्यक्रम संयोजक चंद्रशेखर शर्मा, पुलिस अधीक्षक देहात लोकजीत सिंह,कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट, श्री गंगा सभा के अध्यक्ष जगमोहन सकलानी, सचिव राहुल शर्मा आदि मौजूद रहे।