– एसडीआरएफ ने देर रात मोर्चा संभाला
ऋषिकेश, ब्यूरो
औषधि निर्माण संस्थान आईडीपीएल प्लांट के वर्षों से बंद पड़े गोदाम में मंगलवार की दोपहर भीषण आग लग गई। गोदाम के भीतर रखे केमिकल के ड्रम फट गए। रात तक यहां आग के बीच धमाकों की आवाज सुनाई दे रही थी। अग्निशमन विभाग के आठ गाड़ियां आग बुझाने में लगी है। आठ घंटे बीतने के बाद भी आग काबू में नहीं आ पाई है। ऋषिकेश के अतिरिक्त डोईवाला और नरेंद्र नगर से भी फायर ब्रिगेड ने गाड़ियां मंगाई।
आईडीपीएल संस्थान का जहां प्रशासनिक भवन है उससे करीब 500 मीटर की दूरी पर प्लांट और उसके समीप गोदाम स्थित है। जब फैक्ट्री बंद हुई थी तो इसके गोदाम में रखे सामान को निस्तारित नहीं किया गया था। बड़ी संख्या में यहां केमिकल के ड्रम रखे गए हैं। इसके साथ ही यहां उत्पादित होने वाली दवा टेट्रासाइक्लिन की हजारों की संख्या में कांच की शिशियां रखी गई है। एक्सपायरी दवाइयां और कागज के पैकेट पेटियों में भरकर रख गए हैं। आग धीरे-धीरे पूरे गोदाम में फैल गई।
टीनसेड के भीतर बने गोदाम तक जाने के लिए जो पुराना रास्ता था उसमें बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी है। प्रशासन की ओर से जेसीबी मंगाकर वहां तक पहुंचाने के लिए रास्ता बनाया गया। आईडीपीएल डिपेंडेंट वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य संस्थान की पुरानी फायर ब्रिगेड की गाड़ी को किसी तरह के तैयार कर मौके पर लेकर आए। पुलिस क्षेत्राधिकार संदीप नेगी, रेंज अधिकारी ऋषिकेश डीएस धामंदा,थाना प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट, चौकी प्रभारी ज्योति प्रसाद उनियाल देर रात तक मौके पर जम रहे। आठ घंटा बीतने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। रेंज अधिकारी ने बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, एक्सपायरी दवाइयां के रैपर के भंडार में सबसे ज्यादा आग लगी है। जिला प्रशासन और विभाग को सूचित कर दिया गया है।