– चार युवकों के लिए संकटमोचक बनी एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम
ब्यूरो,ऋषिकेश
चोपता-देवरिया ताल ट्रैक निकले चार युवक भारी वर्षा के बीच रास्ते में फंस गए। रात में ही रुद्रप्रयाग पुलिस की ओर से एसडीआरएफ को सूचना दीजिए। टीम के सदस्यों ने साहस का परिचय देते हुए अंधेरे में ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया। घने जंगल एवं दुर्गम रास्ते से रात्रि में एसडीआरएफ की टीम ने चार युवकों को सकुशल रेस्क्यू किया। गया।
एसडीआरएफ के सेना नायक मणिकांत मिश्रा ने बताया 18 जून को बरेली उत्तर प्रदेश निवासी चार युवक अभय गौड़, अतीव आहूजा, आर्यन पटानी, और मोनीष गौतम ने पर्यटक स्थल चोपता से देवरिया ताल तक ट्रैकिंग करने का निर्णय लिया। वे गूगल मैप की सहायता से पहाड़ियों और जंगलों के बीच पगडंडियों पर चल पड़े। यात्रा के दौरान आधे रास्ते पहुंचते ही अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। उनका फोन भी पानी में गिर गया, जिससे डाउनलोड किए गए गूगल मैप्स बंद हो गए और वे रास्ता भटक गए,बढ़ते अंधेरे और बारिश ने स्थिति को और भी बिगाड़ दिया। उन्होंने अपनी स्थिति पुलिस से साझा की।
उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस से मंगलवार की रात्रि 9:00 बजे सूचना मिलते ही एसआरएफ की टीम ने तत्परता दिखाई। एसडीआरएफ की अगस्तमुनि टीम ने सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में रात में ही रेस्क्यू का कार्य शुरू किया गया। अगस्तमुनि स्थित एसडीआरएफ पोस्ट से पांच जवानों की एक टीम को तुरंत देवरिया ताल की ओर रवाना किया गया। दुर्गम पहाड़ी रास्ते और भारी बारिश के बीच रात्रि में ही टीम ने देवरिया ताल की ओर ट्रैक किया। देवरिया ताल पहुंचने के बाद भी युवकों का पता नहीं चला, इसके बाद टीम ने देवरिया ताल से चोपता की ओर दूसरे मार्ग पर ट्रैकिंग शुरू कर दोबारा रेस्क्यू के लिए निकले। घने अंधेरे के बीच टीम ने टार्च जलाकर और मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क कर आवाज देकर चारों युवकों को ढूंढने का प्रयास किया।आखिरकार, काफी प्रयासों के बाद रात के 2:30 बजे टीम ने उन्हें सुरक्षित रूप से खोज कर रेस्क्यू किया। भारी बारिश के कारण युवकों को चलने में मुश्किल हो रही थी, इस पर टीम ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा देते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने हेतु अभियान शुरू किया।
सुबह 6:30 बजे टीम ने उन्हें सुरक्षित सारी गांव तक लेकर पहुंची, जहां उन्हें जिला पुलिस द्वारा सुरक्षित किया गया। इस साहसिक रेस्क्यू आपरेशन में अगस्त्यमुनि पोस्ट के प्रभारी सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह, कांस्टेबल अनूप, कांस्टेबल मुकेश, कांस्टेबल धीरेंद्र, पैरामेडिक्स विनय और होमगार्ड अरुण शामिल रहे।
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