ब्यूरो,ऋषिकेश:
गांधीबादी विचारों से प्रेरित गंगानगर निवासी शतायु रमेश कुमार अग्रवाल का बीते गुरुवार को निधन हो गया। उनकी इच्छा के अनुरूप उनके पुत्रों ने उनके नेत्रदान कराया। इस दुनिया से जाने के बाद रमेश अग्रवाल दो लोगों की जिंदगी से अंधेरा दूर कर गए।
हनुमंतपुरम विकास मंच के संरक्षक राजेश अग्रवाल के पिता के निधन पर मंच के सदस्यों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। गुरुवार की शाम शतायु रमेश कुमार अग्रवाल हनुमंतपुरम गंगानगर ऋषिकेश बैकुंठ धाम को प्रस्थान कर गए। रमेश कुमार अग्रवाल धर्मात्मा सामाजिक एवं गांधीबादी विचारों से प्रेरित थे। देश की आजादी में देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ आजादी की लड़ाई में भागीदारी निभाई। कई महीनो जेलो में रहे, लेकिन पेंशन मेडिकल जैसी कोई सुविधा नहीं ली। सदैव खादी बस्त्रो का धारण किया। नेत्रदान के कार्य से प्रेरणा लेकर नेत्रदान का संकल्प लिया, जिसे परिवार वालों ने उनके नेत्रदान कर संकल्प पूरा किया। रमेश अग्रवाल अभी तक कोई दवाई इंजेक्शन तक नहीं लगवाई। यहां तक कोविड का भी कोई इंजेक्शन नहीं लगवाया 100 वर्ष की उम्र को पार कर भगवान का नाम लेते-लेते स्वर्ग सिधार गए। शोकाकुल परिवार में उनके सुपुत्र डॉ नरेश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल , अनूप अग्रवाल ने उनको मुक्तिधाम में मुखाग्नि दी। मंच के अध्यक्ष केके सचदेवा, बृजपाल राणा, सत्यनाम अरोड़ा, राजेंद्र भोला, प्रदीप चावला, चंद्रभान आसूजा, योगेश ब्रेजा, अनुराग वर्मा, चंदन सिंह, जगदीश छोकरा, हरि ओम कक्कड़, जितेंद्र रावत, संजय कक्कड़ तमाम सदस्यों ने उनको अपनी श्रद्धांजलि दी ।