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ऋषिकेश(हरीश तिवारी):
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैं नगर पंचायत स्वर्गाश्रम के निर्वतमान अध्यक्ष माधव अग्रवाल को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जानता हूं। ऐसा कार्यकर्ता जो जरूरत और गरीबों की मदद करता है। माधव अग्रवाल  को जिला बदर करने के खिलाफ वह 11 नवंबर सोमवार को अपने देहरादून आवास पर मौन  उपवास रखेंगे।

यहां जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि माधव अग्रवाल जैसे कार्यकर्ता आज की व्यवस्था की आंखों में खटकता है, उनको गुंडा एक्ट के तहत निषिद्ध किया गया है, जिला बदर किया गया है। जिस राज्य के अंदर कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई हो, उस राज्य के अंदर इसी तरीके से सामाजिक कार्यकर्ताओं को गुंडा एक्ट के तहत निषिद्ध किया जाएगा, इसलिए कि उनकी विचारधारा कुछ और है तो मुझे बहुत अफसोस होगा।  मैं, प्रशासन तंत्र से जुड़े हुए लोगों से कहना चाहता हूं कि आप सत्ता के दबाव में अच्छे काम के करिए। मगर ऐसे काम न करिए जिन कामों पर स्पष्ट तौर पर उंगली उठती है, जो कांग्रेस जिंदाबाद कहता है, जो जनता के सवालों पर लड़ता है। उसके लिए गुंडा एक्ट लेकर के प्रशासन पीछे-पीछे दौड़ रहा है।
उन्होंने कहा जो लोग गैंगस्टर हैं, जो लोग अपराधी हैं उनको तो यह पकड़ नहीं पा रहे हैं, उनसे तो उत्तराखंड को बचा नहीं पा रहे हैं। जो बलात्कारी है उनको तो यह नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं, उनको यह जेल में नहीं डाल पा रहे हैं, हां जरूर जो है सामाजिक कार्यकर्ताओं पर यह गुंडा एक्ट का निषेधीकरण ला करके उनको जिला बदर करने का काम कर रहे हैं मुझे दुख: है। गरीब के साथ खड़ा होने वालों और कांग्रेस कार्यकर्ता उत्पीड़न के खिलाफ 11 नवंबर सोमवार को अपने देहरादून आवास पर मौन  उपवास रखेंगे।                                                      महानगर कांग्रेस अध्यक्ष ऋषिकेश राकेश सिंह एडवोकेट ने कहा कि नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम के निवर्तमान अध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधव अग्रवाल पर ठीक निकाय चुनाव से पहले जिलाबदर की कार्यवाही करना दुर्भाग्यपूर्ण है। आज सत्ता पक्ष के दबाव में जिस तरीके से प्रशासन कार्य कर रहा है और कांग्रेस के नेताओं को चुनाव में प्रतिभाग करने से रोकना चाहते हैं।
 यह गलत परंपरा है, माधव कोई अपराधी नहीं है बल्कि वह एक अच्छे समाजसेवी है। इस मामले में भी वह गरीब कर्मचारियों के साथ खड़े थे।

 
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