– प्रखंड के इस गांव में ईगास खासा प्रसिद्ध है इलाके में
ऋषिकेश (हरीश तिवारी):
जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर विकास खंड में एक गांव ऐसा भी है जहां दीवाली नहीं मनाई जाती, अपितु दीवाली की जगह पर ईगास मनाई जाती है। खरदूनी गांव की ईगास पूरे इलाके में बहुत प्रसिद्ध है।
आस पास के गांव के लोगों की यह इच्छा होती थी कि एक रिश्ता खरदुनी गांव से जरूर करे ताकि ईगास मानने के लिए गांव में जा सके। विगत कुछ वर्षों से गांव के होनहारों ने ईगास को भव्यता एवं दिव्यता से मनाने का बीड़ा उठाया है। इस बार की ईगास की थीम एक पेड़ मां के नाम एक पेड़ पितरों के नाम रही।
एक दिन सभी गांव वालो ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाया तथा पूरे गांव की सफाई करी। गो सेवा पूजन, भेलो पूजन, मंडान खरदूनी की ईगास के मुख्य आकर्षण थे।
पारम्परिक रूप से बड़े जोश के साथ भेलो खेला गया तथा समस्त क्षेत्र की रक्षा, खुशी के लिए मां भगवती से प्राथना की गई। ग्राम निवासी में ईगास मनाने के लिए जोश चरम पर हे तथा उत्तराखंड के इस पुरातन त्यौहार की महिमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सभी ग्रामवासि कटिबद्ध थे।
इसमें कोई शक नहीं हे कि खरदूनी गांव उत्तराखंड के पुरातन त्यौहार ईगास का ध्वजवाहक है। ग्रामवासी जोगेंद्र राणा ने बताया कि ईगास हमारे लिए एक धरोहर हे तथा हम इस धरोहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
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December 11, 2024