


– ऋषिकेश क्षेत्र में हुई चोरी की चार अलग- अलग घटनाओं का खुलासा करते हुये पुलिस ने तीन शातिर नकबजनों को किया गिरफ्तार
ब्यूरो,ऋषिकेश:
ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में चोरी की चार वारदातों को अंजाम देने वाले पश्चिम उत्तर प्रदेश के शातिर तीन नकबजन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी के माल सहित हथियार भी बरामद हुए हैं। इस मामले में एक आरोपी फरार है। गिरोह के सदस्य हलवाई व रंगाई पुताई का काम करते थे। काम के दौरान बन्द घरों की रैकी कर नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों में चोरी नकबजनी व अन्य संगीत अपराधों के दर्जनों अभियोग पंजीकृत हैं।
कोतवाली पुलिस के अनुसार 20 अक्टूबर से लेकर अब तक नगर तथा आसपास क्षेत्र में चोरी की चार वारदातें हुई थी। 20 अक्टूबर को मीरा नगर ऋषिकेश निवासी आदेश कुमार, 10 नवंबर को गंगा विहार कॉलोनी ऋषिकेश निवासी सुधांशु थपलियाल, 16 नवंबर को अर्जुन मलिक निवासी सुमन विहार बापुग्राम ऋषिकेश और 30 नवंबर को मीरा नगर ऋषिकेश निवासी रविंद्र सिंह कैंतूरा के यहां चोरों ने घर का ताला तोड़कर कीमती जेवर और नगदी चोरी कर ली थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इस मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया, एसओजी प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया था। पुलिस की जांच में इन सभी वारदातों में पश्चिम उत्तर प्रदेश के साथी अपराधियों के संलिप्त होने की जानकारी सामने आई।
मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक देहात जया बलूनी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर आईडीपीएल क्षेत्र से गिरोह के तीन सदस्यों सेनी कुमार उर्फ सन्नी पुत्र स्व. महेन्द्र, निवासी ग्राम मनोहरपुर कालोनी, थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश, सन्जू संजय पुत्र स्व. शोभाराम, निवासी राठोड़ा खुर्द, थाना हस्तिनापुर, जिला मेरठ, उत्तरप्रदेश, विकास पुत्र मनफूल सिंह निवासी मनोहरपुर कालोनी, थाना हस्तिनापुर, जिला मेरठ, उत्तरप्रदेश को दो अवैध चाकू व एक अवैध पिस्टल 32 बोर मय दो जिन्दा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों की तलाशी में उनके पास से अलग अलग घटनाओं से सम्बन्धित चोरी का सामान बरामद किया। आरोपी सेनी के खिलाफ 19 मुकदमे, संजय के खिलाफ नौ मुकदमे और विकास के खिलाफ विभिन्न धाराओं में चार मुकदमे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वे लोग हलवाई व रंगाई पुताई का काम करते हैं। काम के कारण अक्सर ऋषिकेश, देहरादून व हरिद्वार आते रहते हैं। घटना में शामिल एक अन्य अभियुक्त मोहित कुमार पुत्र विजय सिंह की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम को संबंधित क्षेत्र में भेजा गया है।
