



– परमार्थ निकेतन में अनेक देशों के योग जिज्ञासु का आना शुरू
ऋषिकेश [हरीश तिवारी]:
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में नौ से 15 मार्च 2025 तक आयोजित होने जा रहा अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव, जो योग की शक्ति और दिव्य अनुभवों से सभी योग जिज्ञासुओं को आकर्षित करेगा। यह आयोजन एक ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि विगत 36 वर्षों से हो रहा हैं।सनातन महाकुम्भ के पश्चात यह आयोजन योगियों और साधकों का संगम बनकर भारतीय योग परंपरा की गहरी छाप छोड़ने के लिए तैयार है।
परमार्थ निकेतन में आयोजित होने वाला यह योग महाकुम्भ विश्वभर से आए योग प्रेमियों को एक साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा।
इस आयोजन में विशेष रूप से स्वामी चिदानन्द सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती एवं अनेक महापुरूषों का सान्निध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त होगा, जो योग महोत्सव के दौरान प्रतिदिन योग जिज्ञासुओं को भारतीय संस्कृति व संस्कारों से युक्त उपदेशों के साथ उनकी जिज्ञासाओं का भी मार्गदर्शन करेंगे और जीवन में योग के महत्व पर दिव्य उद्बोधन देंगे।
गंगा आरती और दिव्य यज्ञ के दौरान वातावरण में भक्ति और शांति का अद्भुत समागम होगा, जो योग के साथ मिलकर आत्मा को शुद्ध करेगा। साथ ही इस महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, उत्तराखंड की दिव्य संस्कृति, भारत की विविधता में एकता के दर्शन,संस्कृति और योग की समृद्ध परंपराओं का सुंदर प्रस्तुतिकरण होगा।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि योग महोत्सव का मुख्य उद्देश्य यह है कि योग को केवल एक शारीरिक व्यायाम के रूप में न देखा जाए, बल्कि इसे जीवन के हर पहलू में लागू किया जाए। योग, आयुर्वेद, आहार-विहार, ध्यान और प्राचीन भारतीय परंपराओं के माध्यम से हम न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ हो सकते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक सुख भी प्राप्त कर सकते हैं।
यह आयोजन न केवल योग जिज्ञासुओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा, बल्कि एक दिव्य अनुभव का अवसर भी प्रदान करेगा। योग के इस दिव्य महाकुम्भ में सभी का स्वागत है, यहां सभी शांति, समृद्धि और आत्मिक उन्नति की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।


