



– श्री परशुराम सभा ने किया भगवान परशुराम जयंती का आयोजन
ब्यूरो,ऋषिकेश
परशुराम जयंती के अवसर पर परशुराम महासभा की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शिरकत की और भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर लोगों को बधाई दी। साथ ही परशुराम जी के विचारों को आत्मसात करने का आवाहन किया। अग्रवाल ने 02 लाख रुपए विधायक निधि से परशुराम चौक पर स्थित मूर्ति के ऊपर छत्र लगाने के लिए देने की घोषणा की।
देहरादून रोड स्थित सनराइज वेडिंग सेंटर पर आयोजित कार्यक्रम में अग्रवाल ने कहा कि पुराणों में आठ महापुरुषों का वर्णन है जिन्हें अजर-अमर माना जाता है, उनमें परशुराम जी भी है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु जी के दशावतारों में से छठवें अवतार है।
अग्रवाल ने कहा कि ‘परशु’ प्रतीक है पराक्रम का और ‘राम’ पर्याय है सत्य सनातन का। उन्होंने कहा कि परशुराम का अर्थ पराक्रम के कारक और सत्य के धारक। बताया कि शास्त्र में ऐसी मान्यता है कि परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं, पिता जमदग्नि और माता रेणुका ने तो अपने पांचवें पुत्र का नाम ‘राम’ ही रखा था, लेकिन तपस्या के बल पर भगवान शिव को प्रसन्ना करके उनके दिव्य अस्त्र ‘परशु’ (फरसा या कुठार) प्राप्त करने के कारण वे राम से परशुराम हो गए।
अग्रवाल ने कहा कि परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ। इसलिए परशुराम की शस्त्रशक्ति भी अक्षय है और शास्त्र संपदा भी अनंत है। विश्वकर्मा के अभिमंत्रित दो दिव्य धनुषों की प्रत्यंचा पर केवल परशुराम ही बाण चढ़ा सकते थे। यह उनकी अक्षय शक्ति का प्रतीक था, यानी शस्त्र शक्ति का।
इस मौके पर स्वामी त्रिदंडी भक्ति विलास जी महाराज, स्वामी प्रसन्न त्यागी महाराज, दर्जाधारी राज्यमंत्री गिरीश डोभाल, सुभाष बड़थ्वाल, पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका देवप्रयाग कृष्ण कांत कोठियाल, अध्यक्ष परशुराम महासभा संदीप शास्त्री, महामंत्री महासभा अरुण शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेश कंडवाल, आशाराम व्यास, सरोज डिमरी, डीपी रतूड़ी, पार्षद रीना शर्मा, राजेन्द्र बिष्ट, सोनू प्रभाकर, पुष्पा ध्यानी, अनिता तिवाड़ी, मदन मोहन शर्मा, जयेंद्र रमोला, शिव कुमार गौतम, रेखा चौबे, अभिषेक शर्मा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्यारे लाल जुगलान ने किया।


