



ब्यूरो,ऋषिकेश
मायाकुंड स्थित श्री कृष्ण कुंज द्वारा संचालित श्रीकृष्ण देशिक संस्कृत विद्यालय में प्रवेशोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के परमाध्यक्ष जगद्गुरु स्वामी कृष्णाचार्य महाराज ने नव प्रवेशित ब्रह्मचारी विद्यार्थियों को पुस्तक वितरण की।
स्वामी महराज ने कहा कि एक मात्र शिक्षा ही व्यक्ति को महान बनाती है। शिक्षा से ही मनुष्य राष्ट्र की निधि बनते हैं। संघर्ष की स्थिति में शिक्षित मनुष्य ही समाज का मार्ग प्रशस्त करता है। स्वामी कृष्णाचार्य ने कहा कि शिशु की प्रथम पठशाला उसकी माता होती है और दूसरी पाठशाला सरस्वती का मंदिर। सबका यही प्रयास होना चाहिए कि बच्चों को संस्कारित करने के सथ-साथ उसे एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक भी बनाना चहिए।
संस्था के प्रबंधक स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने कहा कि हमारी संस्था जरूरतमंद विद्यार्थियों को निःशुल्क विद्या दान करने का पुनीत कार्य कर रही है।छात्रावास के माध्यम से विद्यार्थियों की निःशुल्क आवासीय व्यवस्था के साथ आवश्यक सामग्री भी प्रदान की जाती है। ब्रह्मचारी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर महंत रवि प्रपन्नाचार्य, विद्यालय की प्रधानाचार्या पूजा देवी, प्रियव्रत रतूड़ी, सुमित चमोली, शशि गौड़, अमिता बोरा आदि उपस्थित रहे।


