



– नगर आयुक्त के साथ विवाद को लेकर मेयर ने पार्षदों की बैठक बुलाकर की रायशुमारी
– शीघ्र बोर्ड की बैठक बुलाकर विकास के मुद्दों के साथ नगर आयुक्त को लेकर प्रस्ताव लाने की तैयारी
ऋषिकेश [हरीश तिवारी]
नगर निगम ऋषिकेश के दो माह के कार्यकाल में नगर आयुक्त और मेयर के बीच पड़ी दरार कम होने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को नगर निगम सभागार में मेयर शंभू पासवान ने पार्षदों की बैठक बुलाई। बैठक में किसी भी अधिकारी को नहीं बुलाया गया, बल्कि महिला पार्षदों के पतियों को बैठने की छूट थी। बैठक में नगर आयुक्त के साथ हुए विवाद को लेकर पार्षदों ने अपनी अपनी राय दी। आखिर में तय हुआ कि इस मामले में शीघ्र बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी और अन्य विषयों को भी एजेंडा में शामिल किया जाएगा।
बता दें कि बीते गुरुवार को मेयर शंभू पासवान ने नगर निगम के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों को लेकर अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी शामिल नहीं हो पाए। मेयर ने उन्हें टेलीफोन कर बैठक में बुलाया। उन्होंने यूसीसी की बैठक में व्यस्त होने का हवाला दिया। बताया जाता है कि दोनों के बीच मोबाइल पर काफी तीखी बहस हुई। मामला मीडिया आने के बाद सोशल मीडिया में भी छा गया। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई, सूत्रों की माने तो इस मामले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मेयर शंभू पासवान ने पार्षदों की राय लेनी उचित समझी। जिसके लिए मंगलवार को सभागार में बैठक बुलाई गई। करीब 30 पार्षद इसमें शामिल हुए। जिसमें अधिसंख्य संख्या भाजपा और निर्दलीय पार्षद थे।
बोर्ड की पहली बैठक में एजेंडा को लेकर मुखर भूमिका निभाने वाले निर्दलीय पार्षदों ने नगर आयुक्त के साथ हुए विवाद को लेकर यह समझाया कि प्रदेश में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार है। इसलिए इस मामले को ऊपर से निपटा लिया जाए। इसके लिए बोर्ड में प्रस्ताव लाने की आवश्यकता नहीं है। इन पार्षदों का यह भी सुझाव था कि यदि नगर आयुक्त के खिलाफ बोर्ड से प्रस्ताव भेजने के बाद इस पर शासन स्तर पर अमल नहीं होता है तो आगे से बात खराब हो जाएगी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में मेयर के नजदीकी पार्षदों ने इस बात पर ज्यादा बल दिया की बोर्ड की बैठक के माध्यम से निंदा प्रस्ताव लाया जाए और शासन को भेजा जाए। काफी विचार विमर्श के बाद यह तय हुआ कि 72 घंटे के नोटिस में बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें नगर विकास से जुड़े तमाम मुद्दों और प्रस्तावों पर चर्चा के साथ-साथ मेयर और नगर आयुक्त के साथ हुए विवाद पर भी चर्चा कर उचित निर्णय लिया जाएगा।
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चार धाम यात्रा की तैयारी की जानी है। स्ट्रीट लाइट का मामला भी लंबित है। बायपास मार्ग पर लगी स्ट्रीट लाइट लंबे समय से नहीं जल रही है, जिस कंपनी को मेंटेनेंस का जिम्मा दिया गया है वह काम करने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही नगर आयुक्त के मुद्दे पर भी बातचीत होगी। इसके लिए शीघ्र बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी।
शंभू पासवान, मेयर नगर निगम, ऋषिकेश


