



– योजना के धरातल पर उतरने के बाद निश्चित रूप से तीर्थाटन और पर्यटन के विकास को मिलेगी गति: सुबोध उनियाल
देहरादून: तीर्थ नगरी ऋषिकेश से सटे तपोवन क्षेत्र से कुंजापुरी मंदिर तक रोपवे का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने शुक्रवार को रोपवे निर्माण की नई व्यवस्था को मंजूरी प्रदान की। रोपवे तैयार किए जाने को मॉडल प्रोजेक्ट के तौर पर काम किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की सफलता को देखने के बाद आगे इस पर काम किया जाएगा। क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने इसे तीर्थाटन और पर्यटन विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया है।
उत्तराखंड कैबिनेट में ऋषिकेश के तपोवन से नरेंद्र नगर के कुंजापुरी रोपवे परियोजना के लिए तकनीकी पार्टनर फॉर्म के रूप में बार्थोलेट कंपनी के चयन को मंजूरी प्रदान की। रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण पीपीपी मोड पर किया जाएगा। सचिव शैलेश बगौली ने बताया कि उत्तराखंड में रोपवे निर्माण को केंद्र सरकार की एनएचएलएमएल एजेंसी को जिम्मेदारी सौंप गई है। यह एजेंसी 50 प्रोजेक्ट को चिन्हित कर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके साथ ही एक स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जाएगा। इसमें कई विभागों को शामिल किया जाएगा। एसपीवी में धनराशि कैसे शेयर की जाएगी इसका फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ा गया है।
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कैबिनेट में तपोवन कुंजापुरी रोपवे को मंजूरी मिलने के बाद स्थानीय लोगों की उम्मीदें परवान चढ़ने लगी है। पिछले लंबे समय से इस रूट पर रोपवे की मांग की जा रही थी। क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर वह लंबे समय से प्रयासरत थे। भारत सरकार की ओर से इस योजना को पूर्व में ही मंजूरी मिल चुकी थी। इसके लिए कंपनी और एजेंसी का निर्धारण होना था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में अब रोपवे योजना को मंजूरी मिल गई है। इस योजना के धरातल पर आने के बाद निश्चित रूप से क्षेत्र में तीर्थाटन और पर्यटन और अधिक विकसित होगा।


