




– विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने किया प्रभावित क्षेत्र का दौरा
– पुलिस और प्रशासन ने खाली कराई आसपास की बस्तियां
ब्यूरो,ऋषिकेश
पहाड़ों में हो रही मूसलधार वर्षा के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में अत्यधिक वृद्धि दर्ज की गई है ऋषिकेश में गंगा बुधवार की दोपहर खतरे के निशान को पार कर गई प्रशासन की ओर से मैदानी क्षेत्र में अलर्ट जारी करते हुए हालात की जानकारी निरंतर भेजी जा रही है। ऋषिकेश में दोपहर 2:00 बजे गंगा खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। शाम को 6:00 बजे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 8 सेंटीमीटर ऊपर था।
इस मानसून में पहली मर्तबा ऋषिकेश में गंगा ने खतरे का निशान पार किया है। त्रिवेणी घाट का प्लेटफार्म पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। यहां रहने वाले साधु संत और भिखारी को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। जगह-जगह जल पुलिस, आपदा प्रबंधन दल और स्थानीय पुलिस की तैनाती की गईहै। ऋषिकेश में खतरे का निशान 340.50 मीटर पर है, जबकि 2:00 बजे यहां जलस्तर सर्वाधिक 340.79 मीटर दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग की ओर से हरिद्वार सहित अन्य मैदानी क्षेत्रों को अपडेट जारी किया गया है।
क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने स्थानीय प्रशासन के साथ अत्यधिक वर्षा से जलमग्न हुए गंगा समीप मायाकुंड क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा नदी के जलस्तर का भी निरीक्षण किया। अग्रवाल ने मौके पर मौजूद लोगों से नदी तट छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की। बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मेयर शंभु पासवान, एसडीएम योगेश मेहरा के साथ मायाकुंड के गंगा नदी से सटे क्षेत्र का निरीक्षण किया।

