




– एम्स के बाहर वर्षों से रोजी-रोटी कमा रहे छोटे व्यापारियों ने अतिक्रमण के नाम पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
– एम्स के गेट नंबर तीन के बजाए शिवाजी नगर गेट से जीरो जोन घोषित करने पर उठे सवाल
ऋषिकेश,उत्तराखंड:
एम्स ऋषिकेश के बाहर स्थानीय और फुटकर व्यापारियों को यहां से उजाड़े जाने का मामला फिर गर्मा गया है। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने इन्हें अपना समर्थन दिया है। नगर निगम की टीम इन सभी स्थानीय व्यापारियों को जगह छोड़ देने की चेतावनी जारी कर चुकी है। उधर नगर निगम प्रशासन की ओर से आदेश जारी कर शिवाजी नगर गेट से 50 मीटर की दूरी तक जीरो जोन और जो वेंडिंग जोन घोषित किया है। हकीकत यह है कि एवं प्रशासन की यह शिकायत थी कि गेट नंबर 3 के बाहर अवैध रूप से वाहनों का संचालन हो रहा है और यहां ठेलिया खड़ी रहती है। इस क्षेत्र को जीरो जोन से मुक्त रखा गया है।
एम्स से काफी दूरी पर काली कमली बगीचे के बाहर पिछले कई वर्षों से स्थानीय लोग अस्थाई दुकान लगाकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं। इन्हें नगर निगम की ओर से वेंडर लाइसेंस भी दिया गया है। अब हर तीसरे दिन नगर निगम की टीम यहां पहुंचकर इन दुकानदारों को जगह छोड़कर चले जाने के लिए चेतावनी दे रही है।
महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इनकी आड़ में कुछ बाहरी तत्व भी यहां आकर जम गए हैं। वह सीमा से बाहर जाकर दुकान और रेहड़ी लगा रहे हैं। इन लोगों को किसका संरक्षण प्राप्त है यह अपने आप में जांच का विषय है। बताया जाता है कि एम्स ऋषिकेश में बाहर से इलाज करने आए कई लोग जब मरीज कई महीनो के लिए यहां भर्ती रहते हैं तो बाहर यह लोग भी दुकान सजा लेते हैं। बाद में अपने इस ठिकाने को आगे बेच दिया जाता है।
अतिक्रमण की बात करें तो एम्स ऋषिकेश का गेट नंबर तीन सबसे ज्यादा अतिक्रमण का शिकार है। इस गेट से कुछ दूरी पर ही बड़ी संख्या में ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा खड़े रहते हैं। एम्स के द्वारा यहां जो रस्सियां क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए लगाई गई है। उसके अंदर भी दुकानें सज जाती हैं। जीरो जोन लगाने के पीछे यही मंसा थी कि एम्स आने वाले मरीज, उनके तीमदारों और एंबुलेंस को कोई परेशानी ना हो। इसके लिए यह जरूरी हो जाता है कि 50 मीटर का जीरो जोन एम्स के गेट नंबर 3 से शुरू होना चाहिए। मगर इसे शिवाजी नगर गेट से लागू किया गया है।
कुल मिलाकर वर्षों से यहां सड़क किनारे निश्चित दूरी पर दुकानदारी करने वाले सभी लोगों ने यहां निश्चित दूरी पर वेंडिंग जोन बनाने की मांग और तब तक उन्हें यहां व्यापार करने की अनुमति देने की मांग की है। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के संयोजक सुधीर राय रावत ने भी ऐसे छोटे दुकानदारों से मुलाकात कर नगर निगम के कार्रवाई को अनुचित बताया।

