
– 10 मई को हुई थी दक्षिण दिल्ली जंगपुरा निवासी डा.योगेश चंद्र पाल की हत्या व लूट
– ऋषिकेश के एक पुजारी का बेटा सहित तीन लोग हरिद्वार से गिरफ्तार
हरीश तिवारी,ऋषिकेश:
दक्षिणी दिल्ली जंगपुरा एक्सटेंशन में 10 मई को डा. योगेश चंद्र पाल की हत्या कर लूट करने की योजना में शामिल डाक्टर के घर की मेड सहित तीन आरोपियों को पुलिस उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार कर चुकी है। इस वारदात में शामिल चार अन्य आरोपियों की पुलिस को तलाश है। जिनके नेपाल भागने की सूचना है। इस लूट और हत्याकांड में शामिल एक बदमाश हिमांशु जोशी के तार ऋषिकेश से जुड़े हैं। मूल रूप से बिजनौर निवासी हिमांशु जोशी के पिता ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में पंडिताई करते हैं। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि इस वारदात के बाद हिमांशु उसी दिन ऋषिकेश आया और पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने अपनी ऋषिकेश में उपस्थिति दर्ज करने की हर कोशिश की। जिसके लिए उसने ऋषिकेश की एक एजेंसी से नई स्कूटी भी खरीदी। दक्षिणी दिल्ली पुलिस की एक टीम ने ऋषिकेश आकर इस मामले में आवश्यक जानकारी जुटाई।
जंगपुरा एक्सटेंशन दक्षिण दिल्ली में 10 में को डा. योगेश चंद्र पाल 63 वर्ष की हत्या कर दी गई थी। उनके घर से लाखों रुपए की नगदी और जेवर लूट लिए गए। उनकी पत्नी डा. नीना पाल जब घर पहुंची तो फिर में हुई इस वारदात का पता चला। इस जघन्य कांड की योजना उनके यहां 24 साल से नौकरी करने वाली बसंती ने तैयार की थी। उसने ही हरिद्वार व नेपाल के सात बदमाशों के साथ घटना को अंजाम दिया था। घटना के समय तीन बदमाश डाक्टर की हत्या व लूट करने में शामिल रहे। वारदात से पहले पांच दिन तक बदमाशों ने डाक्टर की रेकी थी और उसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। पूरी वारदात में सात लोगों के शामिल होने की बात सामने आई। पुलिस ने मास्टर माइंड महिला सहित तीन बदमाशों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया है।
दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि आरोपियों की पहचान आकाश जोशी, बसंती, हिमांशु जोशी के रूप में हुई। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जंगपुरा एक्सटेंशन में डा. योगेश चंद्र पाल के यहां महिला बंसती 24 साल से नौकरी कर रही थी। उसको डाक्टर के बारे में सब पता था। आरोपी महिला ने हरिद्वार में रहने वाले एक बदमाश विश्वरूप सांई को सूचना दी कि डाक्टर के पास काफी पैसा व ज्वैलरी है और वह सुबह से शाम तक अकेला रहता है। इसके बाद विश्वरूप ने हरिद्वार के बिरला घाट पर रहने वाले एक पंडित हिमांशु जोशी, उनके चेचेरे भाई आकाश जोशी को अपने साथ लिया। साथ ही नेपाल के रहने वाले भीम व वर्षा को दिल्ली बुलाया। यह सभी सराय काले खां स्थित एक होटल में पांच मई को पहुंच गए। डाक्टर के घर 10 मई को तीन बदमाश गए और उन्होंने डाक्टर की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद डाक्टर के शव को रसोई में बंद कर दिया। उनके कुत्ते को भी बाथरुम में बंद कर दिया गया। इसके बाद तीन बदमाश एक बैग में पैसे व ज्वैलरी लेकर फरार हो गए।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पहचान करने के बाद उन्हें हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से 55 हजार रुपये, लाखों की ज्वैलरी बरामद की गई है। पुलिस भी अन्य आरोपियों का पता लगा रही है। बिरला घाट हरिद्वार में पंडिताई करने वाले हिमांशु जोशी के बारे में पुलिस को जानकारी मिली कि उसके पिता मूल निवासी बिजनौर ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट के समीप पंडिताई करते हैं, जो पिछले चार दिन से यहां से नदारद हैं। डाक्टर के यहां वारदात को अंजाम देने के बाद शातिर हिमांशु जोशी ऋषिकेश आया। यहां आने के पीछे उसका यही मकसद बताया गया कि वह वारदात के रोज ऋषिकेश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर पुलिस की कार्रवाई से बचना चाहता था। उसने देहरादून रोड स्थित एक शोरूम से नई स्कूटी भी खरीदी। त्रिवेणी घाट में जहां उसके पिता चौकी लगाते हैं वहां आसपास उसने मिठाई भी बांटी। इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस की टीम आवश्यक पूछताछ के लिए ऋषिकेश भी आई थी। कोतवाली ऋषिकेश प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट से जानकारी लेने पर उन्हें बताया कि दिल्ली से एक टीम आई थी। टीम की ओर से यही जानकारी दी गई थी दिल्ली में किसी हत्या के मामले में यह जानकारी मिली है की वारदात में शामिल लोग यात्रा मार्ग पर आए हैं। इससे ज्यादा कोई जानकारी नहीं दी गई।