– सरकारी कार्य में बाधा के आरोप में सुरेंद्र नेगी के खिलाफ मुकदमा,नेगी भी शिकायत लेकर कोतवाली में धरने पर बैठे
ब्यूरो,ऋषिकेश
एम्स ऋषिकेश से सटे शिवाजी नगर क्षेत्र में मौनी बाबा आश्रम में लगी आग के मामले में प्रभारी अग्नि शमन अधिकारी मौके पर टीम के साथ विवाद करने के आरोप में सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा दर्ज होने के पश्चात सुरेंद्र नेगी भी रविवार की शाम कोतवाली पहुंचा और एफएसओ के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की। ऐसा न होने पर वहां कोतवाली में धरना देकर बैठ गया।
गौरतलब है कि बीते शनिवार की सुबह मौनी बाबा आश्रम शिवाजी नगर में अचानक आग लग गई थी सुबह-सुबह दो सिलेंडर फटे इसके धमाके से आसपास की आबादी दहल उठी थी। इस दुर्घटना में तीन गायों की मौत हो गई थी और एक साध्वी झुलस गई थी। आश्रम परिसर में मौजूद एम्स के मरीज और उनके तिमारदार जिनकी संख्या करीब 12 थी, उन्होंने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई। फायर ब्रिगेड की टीम के साथ वहां मौजूद कुछ लोगों का विवाद हो गया था। यह विवाद कोतवाली तक जा पहुंचा।
कोतवाली पुलिस के अनुसार
प्रभारी अग्निशमन अधिकारी ऋषिकेश प्रताप सिंह राणा ने कोतवाली में दी तहरीर देकर आरोप लगाया कि जब हमारी टीम आग बुझाने गई थी तो सुरेन्द्र सिंह नेगी निवासी शिवाजीनगर ऋषिकेश ने मुझसे अभद्रता की। राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के साथ-साथ कुछ 10-15 शरारती तत्वों के साथ मिलकर मेरे साथ अभद्रता करने के साथ ही हाथापाई करने को तैयार था। घटनास्थल पर प्रभारी पुलिस चौकी एम्स भी मय फोर्स के मौजूद थे। उनके सामने भी उक्त व्यक्ति द्वारा अभद्रता की जाती रही। प्रभारी पुलिस चौकी व उपलब्ध फोर्स द्वारा भी उक्त व्यक्ति को समझाया गया कि कार्य में बाधा मत पहुंचाओं इन्हे अपना कार्य करने दो तब भी उक्त बदतमीजी पर उतारु रहा और हाथा पाई करने को तैयार था। अग्नि दुघर्टनास्थल पर भूसा व लकड़ी के स्टोर के पास ही लकड़ी से जलने वाला चूल्हा लापरवाही से रखा गया था। जिसकी चिन्गारी से ही आग लगना संम्भावित है। जो कि आश्रम प्रबन्धन द्वारा घोर लापरवाही का कारण है।
कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि अग्निशमन अधिकारी के शिकायत पत्र के आधार पर इस मामले में सुरेंद्र नेगी के खिलाफ राजसेवक के साथ अभद्रता करने व राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
उधर सुरेंद्र सिंह नेगी भी अग्निशमन अधिकारी के खिलाफ शिकायत पत्र लेकर कोतवाली पहुंचे। उनका आरोप है कि उनके शिकायत पत्र पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। इस पर वह देर रात तक कोतवाली में धरना देकर बैठ गए।