ब्यूरो,ऋषिकेश
ऋषिकेश एम्स रोड पर आवास विकास कॉलोनी से सटी स्टर्डिया फैक्ट्री कैंपस में गुरुवार की शाम अचानक आग लग गई। न्यायालय में विवाद के चलते फैक्ट्री को सीज किया गया था। जिस कारण अग्निशमन विभाग के वाहन भीतर नहीं पहुंच पाए। फायर कर्मी दीवार फांदकर आग बुझाने को गए।
स्टर्डिया फैक्ट्री का कारखाना परिसर और आवासीय परिसर पिछले दो दशक से न्यायालय के आदेश पर सीज कर दिया गया था। परिसर में काफी घनी झाड़ियां उग आई है। गुरुवार की शाम करीब 7:30 बजे कैंपस के भीतर झाड़ियां में अचानक आग लग गई। आग ने इतना विकराल रूप लिया कि तेज हवा के साथ यह आग पूरे कैंपस में फैलती चली गई। शिवाजी नगर जो समीप ही बसा है, यहां पूरा इलाका धुएं के गुबार से ढक गया है। बगल में आवास विकास कालोनी, शिवा एंक्लेव, श्री गुरु राम राय स्कूल के आसपास की आबादी को भी खतरा मंडराने लगा है। हवा का रुख शिवाजी नगर की ओर होने से यह आग तेजी से बाबा काली कमली बगीचे की और बढ़ रही थी। बगीचे के चौकीदार और कर्मचारी अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश करते रहे। अग्निशमन विभाग के दो वाहन मौके पर बुलाए गए। किसी तरह से कर्मचारी टैंकर के पाइप को दीवार से अंदर ले गए।
आग इतनी विकराल थी फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां भी नाकाफी थी। इसके बाद तीसरी गाड़ी भी बुलाई गईं। आवास विकास कॉलोनी और शिवा एंक्लेव क्षेत्र में फैक्ट्री से सटे मकानों के बालकनी से अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। कैंपस में जाने का कोई रास्ता नजर नहीं आया। काफी मस्कत के बाद रात्रि करीब 10:30 बजे आग पर काबू पा लिया गया। प्रशासनिक अधिकारियों की इस मामले में असंवेदनशीलता पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।