– विख्यात डा.कवि कुमार विश्वास की त्रिवेणी घाट पर श्री राम कथा
ब्यूरो,ऋषिकेश
श्री गंगा सभा की ओर से ऋषिकेश की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट में श्री राम कथा का आयोजन किया गया। अपने-अपने राम कार्यक्रम के माध्यम से विख्यात कवि डा. कुमार विश्वास में राम की महिमा का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा को समझने के लिए सुमति का होना जरूरी है। ज्ञान का शुष्क नहीं बल्कि मधुर होना आवश्यक है।
तीन दिवसीय कार्यक्रम अपने-अपने राम का शुभारंभ मंगलवार की रात्रि गंगा तट पर हुआ। कुमार विश्वास ने आदि गुरु शंकराचार्य रचित श्री गंगा स्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। कहा की श्री राम कथा एक ऐसी अद्भुत कथा है इसके रसपान के लिए देवता भी लालायित रहते हैं। श्री राम कथा विष्णु के आचरण से और मां गंगा का प्राकट्य भगवान विष्णु के चरणों से होकर भगवान शिव के मानस से होते हुए इस धरा पर उतरी है। इसीलिए श्री राम कथा युगों युगों तक वंदनीय और पूजनीय रहेगी। उन्होंने राम कथा के कई ऐसी मार्मिक प्रसंग सुनाए जिसे सुनकर श्रद्धालुओं की आंखें भर आई।
उन्होंने कहा कि साधु संत बादल समान है जो अपने प्रवचन से वेद पुराण की वर्षा करते हैं, राम कथा का पावन रस बरसाते हैं। राम कथा के लिए सुमति और आस्था का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो आस्था कसौटी पर कसी ना हो वह ज्यादा दिन टिकती नहीं है। भगवान भी समय-समय पर भक्त की आस्था की परीक्षा लेते हैं। श्री राम कथा में उसके वैज्ञानिक तत्व, व्यक्तित्व के साथ आध्यात्मिक चेतना के बिंदु को समझना जरूरी है। उन्होंने कहा वह वामपथ पर जाती युवा पीढ़ी को राम पथ से जोड़ने के लिए निकले हैं।
श्री राम कथा को सुनने के लिए गंगा तट पर हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, निवर्तमान महापौर ऋषिकेश अनीता ममगाईं, निवर्तमान महापौर देहरादून सुनील उनियाल गामा, श्री जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज,श्री गंगा सभा के संरक्षक हर्षवर्धन शर्मा अध्यक्ष जगमोहन सकलानी, महामंत्री राहुल शर्मा, कार्यक्रम संयोजक चंद्रशेखर शर्मा, सुरेंद्र पंत, पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, प्रतीक कालिया, मदन मोहन शर्मा, विनय उनियाल, नवीन अग्रवाल आदि मौजूद रहे।