– पटेलनगर क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड का दून पुलिस ने किया खुलासा
– एसएसपी देहरादून ने स्वयं कमान सभांलते हुए ब्लांइड मर्डर केस की मिस्ट्री को सुलझाया
देहरादून:
बड़े से बड़े संगीन अपराधों में कभी-कभी छोटे-छोटे सुराग भी काफी बड़े साबित होते हैं, जो अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचने में मददगार साबित होते है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में ऐसी ही एक वारदात हुई। सूखे नाले से पुलिस टीम को पहले दिन दो शव मिलते हैं। एसएसपी देहरादून मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अलग-अलग टीम गठित करते हैं। अगले दिन ही कुछ ही दूरी पर एक और महिला का शव बरामद हो जाता है। इस तरह से पूरी तरह से ब्लाइंड ट्रिपल मर्डर केस पुलिस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस की टीम ने सूझबूझ का परिचय दिया। बहुत ही कम समय में इस पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। घटनास्थल के पास एक टिंबर फैक्ट्री के निकट पुलिस की टीम को नेहटौर से देहरादून तक का रोडवेज बस का टिकट मिला। जो एक बालिग और दो नाबालिक का था। बस यही से पुलिस यह ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री खोलने की दिशा में आगे बढ़ गई। पुलिस ने फैक्ट्री कर्मी बिजनौर निवासी हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया।
25 जून की सांय थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर थाना पटेलनगर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा, मौके पर सूखे नाले में दो शव कूडे में पडे हुये थे। अगली सुबह आसपास क्षेत्र में फिर कांबिंग की गई तो एक और महिला का शव बरामद किया गया। घटना की सवेंदन शीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा घटना के अनावरण हेतु तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। वह स्वयं भी पूरे मामले की मानीटरिंग कर रहे थे।
आसपास जनपदों में गुमशुदा व्यक्तियों के बारे में जानकारी लेने पर पुलिस को पता चला कि बिजनौर में एक महिला और उसकी दो बेटियां लापता है। जिस पर तत्काल एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने बताया कि घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपडे व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो उक्त शवों के ही प्रतीत हो रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ। सर्चिंग के दौरान पुलिस टीम को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला, यह सुराग था रोडवेज की बस का एक टिकट। घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिक्ट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व दो नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए। पुलिस की टीम ने अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया। पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के सम्बंध में जानकारी करने पर पुलिस टीम को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला, शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन पुत्र नसीम निवासी फरीदपुर, थाना नेहटौर, जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश हाल निवासी ब्रह्मपुरी पटेल नगर देहरादून को पूछताछ के लिए चौकी पर लाया गया। जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपी हसीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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साथ रहने लिए दबाव डाला तो हटा दिया रास्ते से
पुलिस के अनुसार पूछताछ में हत्यारोपी हसीन ने बताया कि वह बिजनौर का रहने वाला है। बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है, वह तलाकशुदा है और मृतका रेशमा से पिछले दो वर्षो से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था । रेशमा द्वारा उस पर लगातार शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था, रेशमा समय-समय पर उस पर खर्चो के लिये पैसो की मांग करती रहती थी, जिस पर परेशान होकर उसने उससे पीछा छुडाने का प्रयास किया । वह लगातार उसे फोन तथा मैसेजो के माध्यम से अपने साथ रखने की जिदद कर रही थी, जिस पर अभियुक्त द्वारा उसे देहरादून में कमरा ढूंढने तथा उसके बाद बुलाने की बात कहकर लगातार टाला जा रहा था। 23 जून की शाम रेशमा अपनी पुत्री आयत ( 15 वर्ष) तथा आयशा ( 08 माह) के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी। आरोपी हसीन को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस पर हसीन ने उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। अपनी मोटरसाइकिल से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया, जहां उन्हें रात्री मे सुलाने के पश्चात उसने पहले रेशमा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसने तीनो के शवो को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूढे के ढेर में फेंक दिया व स्वंय जाकर शवों को कूढे के ढेर के नीचे दबा कर छुपा दिया। मृतकों के कपडे ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थैले में डालकर फेंक दिये। मृतका का बैग भी कूढे के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया। उसने रेशमा का मोबाइल व उसके घर की चाबी अपने पास छुपा दी थी।
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पुलिस टीम बनी 25 हजार के इनाम की हकदार
जघन्य हत्याकांड के त्वरित खुलासे पर पुलिस महानिदेशक द्वारा पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की घोषणा की गई है। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र द्वारा 25 हजार रूपए के नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।
पुलिस टीमः
निरीक्षक कमल कुमार लुन्ठी,प्रभारी कोतवाली पटेलनगर
वरिष्ठ उप निरीक्षक मनमोहन सिह नेगी,कोतवाली पटेलनगर
निरीक्षक चन्द्रभान सिंह अधिकारी, प्रभारी एसओजी सिटी
उपनिरीक्षक दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष क्लेमनटाउन
उप निरीक्षक विजय प्रताप राही,चौकी प्रभारी आईएसबीटी
उप निरीक्षक दीनदयाल सिह
उप निरीक्षक धनीराम पुरोहित
हेड कानि0 अनूप मिश्रा
हेड कानि0 मनोज कुमार
हेड कानि0 सुनीत कुमार
कांस्टेबल पंकज मलासी,हितेश कुमार,विनोद बचकोटी, सूर्यप्रकाश,आबिद अली,रवि शंकर झा