

भारतीय संस्कृति और पर्वों से रूबरू हुए साधक
संवाददाता, ऋषिकेश:
संस्कार योग आश्रम तपोवन के तत्वधान में भारतीय संस्कृति पर्व होली के उपलक्ष में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया। सनातन धर्म की शिक्षा पद्धति भारतीय जीवन शैली परंपरा योग विद्या को जीवन में अपने हेतु संकल्प समारोह कार्यक्रम में जिसमें अनेको देशों से आप साधकों को योग शिक्षा और सनातन धर्म की शिक्षा पद्धतियों से अवगत कराया गया। अमेरिका से आये एक विशेष दल ने भी होली पर्व की महत्व को जाना और संकल्प लिया। अपने जीवन को भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुरूप जिएंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परम योगी आशुतोष महाराज विशिष्ट अतिथि तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने होली की पर्व की महत्व सभी साधकों को समझाया और अपने जीवन में भारतीय संस्कृति और वेद ज्ञान को जीवन में अनुसरण करने का मार्ग समझाया। योग आयुर्वेद शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। यह तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है और आपको जीवन आराम से रहने में मदद करता है।
योग आसन शक्ति, शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, ने कहा होली मिलन के महत्व को सभी साधकों को समझाया और भारतीय संस्कृति पर्व के के बारे में विस्तृत रूप से साधकों को जानकारी प्रदान की भारतीय परंपरा गुरु शिष्य परंपरा से भी सभी को अवगत कराया। आसन शरीर मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है।
योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। संस्थापक संस्कार योग आश्रम के योग गुरु नवीन जोशी ने मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि उत्तरीय पुष्पा आर पहनाकर स्मृति चिन्ह
देकर सम्मानित किया।
योगी अजय जोशी विक्की नौटियाल, महेश नेगी आदि अनेकों साधक मातृशक्ति संकल्प मंत्र दीक्षा समारोह में उपस्थित रहे सभी ने विश्व शाति विश्व कल्याण के लिए यज्ञ आयोजित किया गया और सभी साधकों को सनातन धर्म की शिक्षा पद्धतियों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।