– हरिद्वार से कांग्रेस प्रत्याशी और अपने पुत्र वीरेंद्र रावत के साथ ऋषिकेश पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
संवाददाता, ऋषिकेश:
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस उत्तराखंड में पेट बनाम कांग्रेस की लड़ाई लड़ रही है। बेरोजगारी, महंगाई, महिला सम्मान हमारे प्रमुख विषय है। हरीश रावत रविवार की शाम हरिद्वार सीट से पार्टी प्रत्याशी व अपने पुत्र वीरेंद्र रावत के साथ श्री जय राम आश्रम पहुंचे। मीडिया के साथ बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि दुर्घटना के बाद से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। अपने डॉक्टर की सलाह पर ही वह चुनाव मैदान से पीछे हटें हैं और हरिद्वार के कार्यकर्ताओं की सलाह पर ही उन्होंने वीरेंद्र रावत को चुनाव के लिए तैयार किया। हरीश रावत ने कहा कि हमने हरिद्वार के अंदर ने कांग्रेस को जिंदा किया है। जब उत्तराखंड राज्य बन रहा था तो हरिद्वार इसमें शामिल नहीं था। हमारी कोशिश से हरिद्वार उत्तराखंड में शामिल हुआ और आज उत्तराखंड की तरक्की में हरिद्वार का बड़ा योगदान है। हरिद्वार को भी आर्थिक रूप से इसका फायदा मिल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड में रोजगार, भर्ती घोटाला और महिला सम्मान की प्रतीक अंकित भंडारी ऐसे मामले हैं जो सरकार से जवाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा तो अपने पापों से भारी हो गई है। हरिद्वार लोकसभा सीट में जनता ने 10 साल तक बड़े मार्जिन से भाजपा को जीत दिलाई थी। लेकिन 10 सालों में जनता को अपना एमपी तक नहीं मिल पाया। अब जनता यह गलती नहीं करेगी।
पार्टी प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने कहा कि मातृशक्ति को सम्मान, युवाओं को रोजगार और भर्ती घोटाले ऐसे मुद्दे हैं जिसमें जनता सरकार से जवाब मांग रही है। सरकार ने गांव-गांव में शराब पहुंचा कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। निश्चित रूप से उत्तराखंड के युवा और अभिभावक इस सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे।
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निर्दलीय प्रत्याशी हमारे लिए नहीं उत्तराखंड के लिए चुनौती
हरिद्वार लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं खानपुर क्षेत्र के विधायक उमेश कुमार की चुनौती के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह ऐसे व्यक्तियों का नाम तक लेना पसंद नहीं करते। ऐसे लोग सार्वजनिक जीवन के लायक नहीं है। सारे उत्तराखंड का यह दोष हरिद्वार की जनता अपने ऊपर कभी नहीं लेगी। इस दौरान श्री जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, जयेद्र रमोला, राकेश सिंह मियां, मनीष शर्मा विवेक तिवारी आदि मौजूद रहे।