



– कार्रवाई न होने पर शहरी विकास मंत्री के आवास के घेराव की चेतावनी
ब्यूरो,ऋषिकेश:
कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के स्थानीय कार्यालय पर शहर में अवैध निर्माण को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। प्राधिकरण के खिलाफ संगठन सदस्यों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। संगठन ने आरोप लगाया की गंगा तट से निर्धारित दूरी के अंदर व्यावसायिक बहुमंजिला भावनों का निर्माण हो रहा है। चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं होती है तो कार्यकर्ता शहरी विकास मंत्री के आवास का घेराव करेंगे।
एमडीडीए के ऋषिलोक आशुतोष नगर स्थित कार्यालय में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष हिमांशु जाटव ने कहा कि एमडीडीए लगातार अवैध निर्माणों के खिलाफ इमानदारी से कार्यवाही करने का दावा करता है, परन्तु कई समय से विभागीय अधिकारी दोहरा मानक अपनाते हुऐ कार्यवाही कर रहे हैं। आम आदमी पर कार्यवाही करते हैं और रसूखदारों पर कार्यवाही से डरते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हैं कि कुछ दिन पूर्व भरत विहार में एक पांच मंजिला भवन सील किया गया। जबकि उसके बगल में छः मंजिला भवन अभी तक लगातार बिना मानचित्र के बेरोकटोक बन रहा है।
हिमांशु ने बताया कि हरिद्वार मार्ग पर टैम्पो स्टैंड के बगल में 100 गज से कम भूमि और गंगा तट से दूरी के लिए तय मानकों के विपरीत पांच मंजिला भवन बिना मानचित्र के बन रहा है। एम्स रोड पर गली नम्बर चार में भी गंगा तट पर एक बहुमंज़िला इमारत जिसके छज्जे सड़क पर निकले हैं। कई बार लिखित शिकायत पर भी एमडीए कोई कार्यवाही नहीं करता है। उल्टा गैर रसूखदार भवन स्वामियों का उत्पीड़न किया जाता है।
छात्रसंघ सचिव माधवेंद्र मिश्र ने कहा कि विभागीय अधिकारी अवैध निर्माणों में दोहरा मानक अपना रहे हैं। हमारी यह मांग है कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मामले पर संज्ञान लेते हुए स्वयं सारे मामलों की जांच करें। ऐसा नहीं होता है तो संगठन अवैध निर्माण स्थलों के सामने धरना प्रदर्शन कर शहरी विकास मंत्री के आवास का घेराव करने को मजबूर होगा।
प्रदर्शन में जिला महासचिव यूथ कांग्रेस हिमांशु कश्यप, दीपक राणा, कार्तिक कुशवाहा, आशीष कटारिया, गौरव जोशी, मानव रावत, अजय भारद्वाज, रविन्द्र नाथ, आयुष तड़ियाल, साहिल भट्ट, पुनीत, पंकज, ऋषभ, अभिषेक, रजत, अंशुल यादव, सुजल थापा, विशाल निषाद, आर्यन, लक्की, अक्षय जाटव आदि मौजूद थे।
