


– आचार संहिता ने बदली बदरंग शहर की सूरत
ऋषिकेश (हरीश तिवारी):
उत्तराखंड में शहरी विकास अनुभव की ओर से निकाय चुनाव की घोषणा करने के साथ ही प्रशासन की ओर से आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई। मंगलवार को प्रशासन एक्शन मोड में आया। नगर निगम क्षेत्र की सड़कों और गलियों में लगे तमाम राजनीतिक दलों से संबंधित दावेदारों के शुभकामना होर्डिंग हटा दिए गए। इन होर्डिंग के कारण पूरा शहर बदरंग हो गया था। आचार संहिता ने एक ही दिन में शहर की सूरत को बदल दिया।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बीते सोमवार को निकाय चुनाव की घोषणा कर दी गई थी। इसके बाद पूरे प्रदेश में संबंधित जिलों के प्रशासन की ओर से आचार संहिता को लागू कर दिया गया था। विभिन्न राजनीतिक दलों से मेयर और पार्षद पदों के सैकड़ो दावेदारों ने अपनी अपनी पार्टियों में बैठे आंकाओ को खुश करने के लिए उनके बड़े-बड़े फोटो लगाकर अपना ध्यान आकर्षित करने की कोशिश में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा दिए थे।
इन होर्डिंग्स के माध्यम से नव वर्ष और गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की गई थी। होर्डिंग्स प्रचार की इस दौड़ में ऐसे चेहरे भी शामिल थे जो कभी शहर वासियों के सुख-दुख में शामिल नहीं रहे और नगर नियम मेयर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के बाद सबसे बड़े खैरख्वाह बनकर अपने को दर्शाने लगे। इन सभी के मंसूबों पर आचार संहिता ने पानी फेर दिया। इस प्रचार सामग्री में विभिन्न दावेदारों ने लाखों रुपए खर्च किए थे। एक ही दिन में यह फोटोशॉप में तैयार किए गए दावेदारों के चेहरे होर्डिंग के साथ कूड़ेदान में चले गए। इन होर्डिंग के कारण शहर सभी जगह बदरंग नजर आने लगा था। मंगलवार को शहर खूबसूरत नजर आने लगा। प्रशासन की ओर से तमाम इस तरह के राजनीतिक होर्डिंग और बैनर हटा दिए गए।
