




– मंत्री के पुतले को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में छीनाझपटी
ब्यूरो,ऋषिकेश:
पर्वतीय समाज के लोगों पर की गई कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की टिप्पणी को लेकर लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि सदन के भीतर कैबिनेट मंत्री अग्रवाल खेद प्रकट करते हुए स्पष्टीकरण दे चुके हैं। शनिवार की शाम को बड़ी संख्या में स्थानीय लोग कोयल ग्रांट, गंगा विहार स्थित मंत्री के आवास की ओर उनका पुतला लेकर चल दिए। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स यहां तैनात किया गया था। उनके आवास को जाने वाली सड़क पर लग गए गेट को भी बंद कर दिया गया।
मंत्री के खिलाफ काफी देर तक यहां प्रदर्शन होता रहा। मंत्री के पुतले को पुलिस अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों ने प्रदर्शनकारियों से छीनने की कोशिश की। काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच छीना झपटी चलती रही। बाद में किसी तरह से प्रदर्शनकारियों ने पुतले को आग लगा दी। इस दौरान मंत्री के आवास को जाने वाले रास्ते के बाहर लगे उनके और मेयर के होर्डिंग को भी क्षति पहुंचाई गई। कुछ लोगों ने यहां लगी फोटो पर कालिख पोतने की कोशिश की।

प्रदर्शन में पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, सुधीर राय रावत, जयेंद्र रमोला, दिनेश चंद्र मास्टर, मोहित डिमरी, सुदेश भट्ट, यशपाल असवाल, उषा चौहान, सरोज देवराडी, पार्षद सुरेंद्र सिंह नेगी, अरविंद हटवाल नरेंद्र नेगी आदि शामिल हुए।
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युवती पर भड़के लोग
प्रदर्शन के बीच बाहर से एक युवती आंदोलनकारी के बीच पहुंची। उसने इस आंदोलन को लेकर प्रतिकूल टिप्पणी की तो लोग इस युवती पर भड़क गए। मौके पर युवती के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने किसी तरह से इस युवती को भीड़ से निकाला और अपने साथ ले गए।
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पूरे मामले में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का यह कहना है:
मेरे बयान को कुछ लोग गलत तरीके से तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। मैंने कहा था कि सारे उत्तराखंड में देश के सभी हिस्सों के लोग रहते हैं। हम सभी उत्तराखंड के हैं और उत्तराखंड हमारा है।
उत्तराखंड हमारे हृदय में समाया है। मैंने सारे उत्तराखंड की बात की थी। मेरा उद्देश्य और कथन का आशय यह था कि उत्तराखंड एक गुलदस्ता है जिसमें हर तरह के रंग बिरंगे फूल इसकी खूबसूरती हैं। मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।
मेरी बात से कई लोगों की भावनाएं आहत हो गई हैं, ऐसा मुझे महसूस हो रहा है। मेरी वजह से किसी को पीड़ा पहुँचे यह मेरा स्वभाव नहीं है। इसलिए जाने अनजाने जिस किसी को भी पीड़ा पहुंचीं हैं,उसके लिए मैं हृदय से खेद व्यक्त करता हूं।
हम सब एक परिवार हैं और परिवार में छोटों का स्नेह और बड़ों का आशीर्वाद मेरे ऊपर बने रहना चाहिए। परिवार के सदस्यों के सामने खेद प्रकट करने में मुझे कोई संकोच नहीं है।
– प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड सरकार

