




ऋषिकेश: महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष में श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर समिति की ओर से महाशिवरात्रि महोत्सव धूमधाम बनाने के पश्चात गुरुवार को नगर में शिव की बारात बैंड बाजों के साथ धूमधाम से निकाली गई। भव्य झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रही।
सोमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण से शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ। हीरालाल मार्ग, परशुराम चौक, रेलवे रोड, मुखर्जी रोड, झंडा चौक से होते हुए त्रिवेणी घाट पहुंची। यहां शिव पार्वती विवाह किया गया। वापसी में तिलक रोड, हीरालाल मार्ग होते हुए वापस रेलवे रोड बनखंडी महादेव मंदिर होते हुए शोभा यात्रा का सोमेश्वर मंदिर में समापन हुआ। शोभा यात्रा में शामिल संत महात्माओं ने कहा कि भगवान शंकर तीनो लोक का कल्याण करने वाले हैं। समुंद्र मंथन के दौरान हलाहल विष को उन्होंने अपने कंठ में धारण कर तीनों लोक को बचाने का काम किया। इस विष की उष्णता को शांत करने के लिए वह उत्तराखंड के यमकेश्वर प्रखंड स्थित मणि कूट पर्वत की तलहटी पर हजारों वर्ष तक तक तब करते रहे।
संतों ने कहा कि उत्तराखंड ऋषि मुनियों का ही नहीं बल्कि देवताओं का भी वास रहा है। भगवान शिव को जगत का पालनहार कहा जाता है, जब समस्त सृष्टि के समय विपत्ति आती है तो भगवान शंकर उसका निदान करते है। महाशिवरात्रि मनाने के पीछे का कारण यह भी है कि आज के दिन देवो के देव महादेव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। जिसे शिवभक्त आज भी धूमधाम से मनाते हैं।
शिव बारात का नगर में पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। देवी देवताओं की झांकियां सभी के आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस मौके पर नागा साधु विनोद गिरी, अजय गिरी, राम गिरी, कृष्णा गिरी, राम रतन गिरी, रामेश्वर गिरी, शेर गिरी, विमल गिरी, मंदिर प्रबंधक महेंद्र रामेश्वर गिरी, महाराज, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल,मेयर शंभू पासवान, प्रतीक कालिया, रमेश अरोड़ा, कार्यक्रम संयोजक हरिराम अरोड़ा, सीमा रानी, पार्षद माधवी गुप्ता, रेनू नेगी, पार्षद पायल बिष्ट,पंकज कौशल,अनु वर्मा, संदीप खुराना, सचिन अग्रवाल, अतुल पुंज, विक्रांत, मनोज मनोरी, सच्चिदानंद मनोरी, प्रमोद चौधरी, संजय कक्कड़ सहित शिव भक्त उपस्थित रहे।

